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शाहिद की चाभी से खुल रहा है बटली घाट का ताला

बटली घाट में अपराधियों का तांडव,कब खुलेगी प्रशासन की आखें…?

सोन नदी में बदस्तूर जारी है रेत का अवैध उत्खनन, अंधेरा होते ही शुरू होता है मशीनों का खेल

शहडोल।। जिले में रेत का ठेका न हो पाने और बाजार में रेत की तेज मांग ने अब अपराधियों को अवैध रेत के कारोबार ने अपनी ओर आकर्षित किया है, बुढार थाना क्षेत्र के ग्राम जरवाही का बटली घाट में इन दिनों यही देखने को मिल रहा है जहां अंधेरा होते ही बुढार शहर के कुछ आदतन अपराधी सोन नदी का सीना छलनी करने से बाज नहीं आ रहे हैं ।

कौन है सरगना…?

सूत्रों की मानें तो इस पूरे कारोबार का संचालन बुढार के रहने वाले सुजीत और शाहिद कर रहे हैं जिन्हें कुछ कोयला,कबाड़ और शराब माफियाओं का संरक्षण प्राप्त है, यदि पुलिस के अभिलेखों का परीक्षण किया जाए तो इन सरगनाओं की करतूतों अपनी कहानी स्वयं ही कह देंगी ।

खुलेआम चल रहा है अवैध खनन का करोबार

बटली घाट पर रात में चल रहे इस अवैध खनन की जानकारी पुलिस और प्रशासन दोनों को है. बावजूद इसके इसपर अभी तक कोई अंकुश नहीं लगाया गया है, बुढार के माफिया खुलेआम रेत का खनन सोन नदी में ट्रैक्टर ट्राली और डंपरों से कर रहा है. नदी में मशीनों से रेत को निकाल डंपरों के जरिए जिले के अंदर की जाती है ।नदियों के तट और बीच नदी से लगातार हो रही रेत निकासी से जहां नदी का अस्तित्व खतरे में है वहीं स्थानीय लोग भी ट्रैक्टरों की धमाचौकड़ी से परेशान हैं।

चौक – चौराहों में हथियारबंद समूहों की चौकसी

सूत्रों की माने तो रोजाना रात आठ बजे से रेत माफियाओं का गश्ती गैंग सक्रिय हो जाता है जिसके कई सदस्य हथियारों से भी लैस रहते हैं बुढार के अमलाई चौक, जैतपुर चौक , रेस्ट हाउस तिराहा, हाईवे के पुराने क्रेशर के पास, डीएवी स्कूल के पास, जरवाही पेट्रोल पंप और सोन पुल से अवैध उत्खनन के कार्य पर निगरानी रखी जाती है ।

रेत चोरी पर खनिज विभाग मेहरबान, मिलीभगत से हो रहा सब काम

ऐसा नहीं है कि खनिज विभाग को इस अवैध उत्खनन की जानकारी नहीं है , लेकिन यदि सूत्रों की माने तो खनिज विभाग के जिम्मेदार भी मोटे नजराने के एवज में अपराधियों को रेत के अवैध कारोबार की छूट दी हुई है , कभी कभार कार्यवाही के नाम पर स्थानीय ग्रामीणों के ट्रैक्टरों को जब्त कर मामले को शांत करने का प्रयास  किया जाता है ।

Divya Kirti
Author: Divya Kirti

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