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क्या मेसर्स पवन का मालिक राजा

 

पुलिस विवेचना के बाद खुलेगा राज
एसपी को किसका इन्तेजार
शहडोल।।

“यूँ तो मेरे ऐब जमाने मे उजागर हैं
फिक्र वो करे जिसका गुनाह पर्दे में है” गालिब के इस शेर ने कोयले के कारोबार से जुड़े उन नामचीन आकाओं के नाम को उजागर करने के लिए काफी है जब वर्दी से लेकर अखबार की सुर्खियाँ बनी मेसर्स पवन के मालिक का नाम अब तक सामने नही आ पाया और आया भी तो वर्दी ने इस पर कोई खुलासा नही किया है इस पूरे खेल का मुख्य अभियुक्त कौन है तो पुलिस की पूरी विवेचना के बाद ही पता चलेगा किन्तु इस पर एक बात याद आ गई”मेरी तल्खियाँ तो मैं समझता हूँ आप क्यों तल्ख हैं यब बात अभी भी लोगो की हलक से उतर नही रहा है।पूरे नगरवासियों ने हमसे जिक्र किया कि मैसर्स पवन का मालिक राजा है बावजूद उसके अनूपपुर पुलिस फर्म के मालिक का नाम गोपनीय रखी है कोयले तस्करी के इस कांड ने पूरे कोयलांचल में शोर मचा रखा है और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रही है इतना ही नही लोगों ने यह भी कहा कि बीते कुछ महीने पहले बुढ़ार में चल रहे कोयले के अवैध काम मे पंडित किशोरीलाल चतुर्वेदी को मोहरा तो बनाया गया किन्तु राजा वहाँ भी मुख्य एक्टर  रहा और अपने मैनेजमेंट में कामयाब रहा और फिर से राजा बिजुरी-राजनगर में चोरी किए गए कोयले में अपना मैनेजमेंट बिठा रहा है लोग तो पुलिस पर कई तरह के इल्जाम लगा रहे हैं विपक्ष में बैठे लोगों ने सोशल मीडिया में इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड राजा को बताया है फिर भी पुलिस राजा के गिरेबान तक पहुचने में कतरा रही है।

एसपी के इरादे स्प्ष्ट..

बीते दिनों चोरी के कोयले पर अनूपपुर पुलिस द्वारा कार्यवाही हुई इस कार्यवाही ने जिले में चल रहे कोयले के काले कामों को उजागर करने का काम तो किया किन्तु कहीं न कहीं यह गुत्थी अभी तक अबूझ पहेली लग रही है।पुलिस ने अपने एफआईआर में वाहन मालिकों के नाम तो दर्ज कर दी किन्तु इतने बड़े कारनामे को कारित करने वाले फर्म के मालिक का नाम पर्दानशीन रह गया।जिला ही नही बल्कि समूचा जनसाधारण जानना चाहता है कि नम्बर प्लेटो के माध्यम से कोयले के इस हेरफेर का असली वजीर कौन है या फिर प्यादों का आगे खड़ा कर वजीर को बचा लिया जाएगा।
अनूपपुर जिले में नवागत एसपी के कबाड़ व कोयले की कार्यवाही ने एसपी के इरादे तो स्पष्ट कर दिए हैं पर सवाल यह है कि क्या इस पूरे खेल में फर्म के मालिक का नाम आम जनता के सामने आएगा या यूँ ही कोयले की हेरफेर का यह खेल चलता रहेगा।

*यह है पूरा मामला*

जिले मे नवागत कप्तान के आने से लगातार अपराधों पर नकेल कशी जा रही हैं कबाड़, सट्टा, जुआ के साथ ही कोयले के अवैध परिवाहन मे संभाग की सबसे बड़ी कार्यवाही की गई जहाँ 12 सितम्बर 2024 को रात्रि गस्त दौरान मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई की कुछ ट्रक वाहनों में चोरी के अवैध कोयला खनिज लोडकर डोला से आमाडांड तरफ परिवहन कर ले जा रहे है मुखबिर की सूचना पर झिरिया टोला तिराहा में नाकाबन्दी कर चेकिगं की गई जो मौके पर 05 ट्रक को पकड़ा गया जिसके चालको से नाम पता पूछने पर अपना नाम (01). ट्रेलर ट्रक क्रमांक एमपी 18 जेड डी 1183 का चालक पिताम्बर यादव पिता गंगा प्रसाद यादव उम्र 48 48 वर्ष निवासी ग्राम अमिलिहा थाना पाली जिला उमरिया, (02). ट्रेलर ट्रक क्रमांक CG04 NW0248 का चालक भैयालाल यादव पिता स्व. सुकनिधान यादव उम्र 35 वर्ष निवासी ग्राम नवगांव थाना रामनगर जिला सतना (म.प्र.), (03). ट्रेलर ट्रक क्रमांक MP18ZE0262 का चालक भूपेन्द्र साहू पिता बीरबल साहू उम्र 27 वर्ष निवासी बरटोला छिलपा थाना भालूमाडा जिला अनूपपुर (म.प्र.), (04). ट्रेलर ट्रक क्रमांक MP18ZC1947 का चालक रामप्रसाद यादव पिता लल्ला यादव उम्र 30 वर्ष निवासी दुधमनिया थाना राजेन्द्रग्राम जिला अनूपपुर (म.प्र.) का होना बताये उक्त ट्रक चालको से ट्रेलर में लोड कोयला के सम्बंध में जानकारी चाही गई जिनके द्वारा कोई वैध दस्तावेज का नही होना बताये एवं ट्रक मालिक पवन मेसर्स के कहने पर चोरी का कोयला लोड करना बताये दौरान चेकिगं (05). ट्रेलर ट्रक क्रमांक MP18ZC0601 का वाहन आते दिखा जिसे रोका गया वाहन का चालक अंधेरे का फायदा उठाते हुये मौके पर ट्रक की चाबी को लेकर भाग गया, मौके की कार्यवाही कर उपरोक्त पांच ट्रक में लोड अवैध कोयला खनिज कुल 181 टन कीमती करीबन 500422 रूपये (पांच लाख चार सौ बाईस रूपये) एवं 05 ट्रक कीमती करीबन 1,75 लाख रूपये (एक करोड पछत्तर लाख रूपये) कुल कीमती करीबन 1,8000,422 (एक करोड अस्सी लाख चार सौ बाईस रूपये) को विधिवत जप्त किया जाकर समस्त वाहनो को थाना परिषर में सुरक्षार्थ खड़ा किया गया एवं आरोपी चालक व ट्रक मालिक पवन मेसर्स के विरूद्ध अपराध धारा 303(2) 317(5),3(5) बीएनएस एवं 4/21 खनिज अधिनियम का कायम किया जाकर सभी बिन्दुओं पर विवेचना की जा रही है।

Divya Kirti
Author: Divya Kirti

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