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राजधानी दिल्ली में गर्माया सियासी पारा जिलाध्यक्षो के नाम तय

●5 जनवरी तक खुल जाएंगे किस्मत के ताले

●महिलाओं को प्राथमिकता की बात

●रिपीट होंगे जिलाध्यक्ष

…विनय मिश्रा की कलम से….

मप्र में बीजेपी के संगठन चुनाव को लेकर प्रदेश का सियासी माहौल गर्माया हुआ है, सूत्र बताते हैं कि जिलाध्यक्ष पद के दावेदारों ने भोपाल से लगातार नेटवर्क बनाए रखा है यही नही कुछ तो राजधानी दिल्ली में भी अपनी पैनी निगाहें बनाए रखी है। जिलाध्यक्ष वाले इस चुनावी पिच में हर कोई अपनी फील्डिंग जमाने में लगा ।बताया जा रहा है कि बीजेपी के जिला निर्वाचन अधिकारियों और पर्यवेक्षकों ने रायशुमारी के बाद सभी नाम दिल्ली भेज दिए हैं, जहां माना जा रहा है कि मेरिट लिस्ट के आधार पर पैनल तैयार होगा और उसी के आधार पर जिलाध्यक्ष चुने जाएंगे, लेकिन इन सब के बीच से एक खबर निकलकर सामने आई है कि बीजेपी इस बार जिलाध्यक्ष के चयन में एक नया प्रयोग करने की तैयारी में है।
आपको बता दें संगठन को मजबूत बनाने व महिला राजनैतिक स्तर को ऊँचा उठाने की होड़ में भाजपा इस बार कुछ जिलों में महिलाओं को भी यह कमान देने वाली है।
महिलाओं की राजनैतिक भागीदारी को बढ़ाने के लिए भाजपा जिलाध्यक्षो में महिलाओं के नाम पर भी जोर दे रही है।
मध्य प्रदेश में बीजेपी के संगठन के हिसाब से 60 जिले होते हैं, जिसमे नवगठित पांढुर्णा जिले को छोंड़ दिया जाए तो भाजपा ने महिलाओ को इस पद की जिम्मेदारी अभी तक नही दी है ऐसा माना जा रहा है कि कुछ बड़े शहरों में बीजेपी इस बार महिलाओं को अध्यक्ष बना सकती है, जिसमें भोपाल और इंदौर का नाम भी शामिल है, इसका मुख्य कारण शहरी व ग्रामीण अध्यक्ष भी हैं।
गौरतलब हो कि जिलाध्यक्षों के चयन के लिए दिल्ली से लेकर भोपाल तक हलचल तेज है, क्योंकि कई सीनियर नेता भी अपने समर्थकों को जिलाध्यक्ष बनवाना चाहते हैं, इसलिए सभी ने पूरा जोर लगाना शुरू कर दिया है। किन्तु संगठन के अपने ही पैमाने संगठन के आड़े आ रहे हैं जिसके हिसाब से संगठन इस बार जिलाध्यक्ष का चयन करेगी।
जानकारी के अनुसार बीजेपी क्षेत्रीय, जातीय समीकरणों के अनुसार ही जिलाध्यक्षों की नियुक्तियां करेगी।जहां दिल्ली से हरी झंडी मिलने के बाद 5 जनवरी को जिलाध्यक्षों की सूची जारी हो सकती है।

सोशल मीडिया में फैली सनसनी और वायरल हो रहे कुछ नाम से शहडोल की सियासी मंडी भी गर्म हो गई है आपको बता दें कि जो नाम वायरल हो रहे हैं उसमें कोयलांचल समेत रिपीट जिलाध्यक्ष के नाम व महिला नेत्री के नाम शामिल हैं अब अखबार का यह कतरन किस हद तक सही है यह हम नही कह सकते हमने बीजेपी के ट्वीटर हैंडल व अन्य साइटों में जब जिलाध्यक्षो की सूची खंगालना चाहा अब तक भाजपा संगठन ने ऐसी कोई भी नियुक्ति सूची जारी नही की है।
लेकिन राजधानी दिल्ली तक राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री के रवाना होने की बात कही जा रही है।
एक बात चौंकाने वाली सामने आई है कि दर्जन भर जिलाध्यक्षो को रिपीट किया जा रहा है इसका पार्टी को फायदा होगा या नुकसान ये कह नही सकते किन्तु दशकों से पार्टी के कनिष्ठ व वरिष्ठ निष्ठावान कार्यकर्ता इस आस में भी पार्टी का झंडा,दरी चटाई उठाते बिछाते आ रहे हैं कि उन्हें भी संगठन एक दिन तरजीह देगी किन्तु रिपीट का यह सिलसिला कईयों के भाग्य में ताला लगा जाएगा और उनका(रिपीटेड लोगों) तो ऐसा होगा जैसे “बिल्ली के भाग्य से छींका फूटा”।
बस आप हतप्रभ मत होइए, तब तक अपने दिल की धुकधुकी को शांत रखें और तसल्ली देते रहे हैं कि हम भी पार्टी के सीनियर, ईमानदार-भरोसेमंद नेता हैं।

Divya Kirti
Author: Divya Kirti

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