दिव्यकीर्ति सम्पादक-दीपक पाण्डेय, समाचार सम्पादक-विनय मिश्रा, मप्र के सभी जिलों में सम्वाददाता की आवश्यकता है। हमसे जुडने के लिए सम्पर्क करें….. नम्बर-7000181525,7000189640 या लाग इन करें www.divyakirti.com ,

प्रत्याशी की रंगीन फोटो, 100% वेबकास्टिंग…; बिहार चुनाव में EC की ये नई 17 पहलें

चुनाव आयोग (Election Commission of India, ECI) ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए 17 नई पहलें की घोषणा की है, जो चुनाव प्रक्रिया को और पारदर्शी, सरल और विश्वसनीय बनाने की दिशा में अहम कदम हैं। इनमें से कई उपाय पहले कभी भारत में बड़े पैमाने पर नहीं अपनाए गए। मुख्य रूप से, ECI ने प्रत्याशी की रंगीन फोटो, 100% वेबकास्टिंग, मतदाता सुविधा, मतदाता सूची सफाई और मतदान केंद्रों की व्यवस्था को बेहतर बनाने पर जोर दिया है।

नीचे इन 17 पहलों में से प्रमुख बिंदुओं का विवरण प्रस्तुत है:

✅ मुख्य पहलें (संक्षिप्त रूप से)

रंगीन फोटो (Color Photograph) पर प्रत्याशी की छवि
अब EVM / मतपत्रों पर उम्मीदवारों की तस्वीरें अब रंगीन होंगी, जिससे उम्मीदवार की पहचान आसान होगी।

100% वेबकास्टिंग (पूर्ण लाइव वेबकास्टिंग)
प्रत्येक मतदान केंद्र पर अब मतदान गतिविधि का लाइव वीडियो प्रसारण (वेबकास्ट) होगा, जहाँ इंटरनेट सुविधा उपलब्ध होगी।

मतदाता सूची शुद्धीकरण (Voter List Purification / SIR – Special Intensive Revision)
मतदाता सूची में सुधार और सफाई की प्रक्रिया चलाकर मृत, स्थानांतरित या गैर-योग्य मतदाताओं के नाम हटाये गए।

 

मतदाता पहचान पत्र (Voter ID / EPIC) 15 दिनों में जारी
नए पंजीकरण या सुधार के बाद मतदाता पहचान पत्र (EPIC) को तेजी से, 15 दिनों के भीतर जारी करने की व्यवस्था।

 

प्रत्येक बूथ पर अधिकतम 1,200 मतदाता
प्रत्येक मतदान केंद्र (Polling Booth) में अब 1,200 से अधिक मतदाता नहीं होंगे, ताकि कतारें कम हों और मतदान सुगम हो सके।

BLO / Booth-Level Officials को पहचान पत्र (ID Card) देना
बूथ स्तर के अधिकारी (BLOs) के लिए आधिकारिक पहचान पत्र जारी किया जाएगा ताकि वे मतदाताओं को मिले भरोसेमंद हों।

मोबाइल फोन जमा करना (Mobile Deposit Outside Booths)
मतदान केंद्र के अंदर मोबाइल ले जाना प्रतिबंधित रहेगा; मतदाताओं को मतदान बूथ के बाहर जमा करना होगा।

पोस्टल बैलेट (Postal Ballots) की समयबद्ध गणना
पोस्टल बैलेट को अंतिम चरणों में नहीं बल्कि प्रारंभिक चरणों में गिना जाना अनिवार्य होगा।

Form 17C और EVM गड़बड़ी होने पर VVPAT की गणना
यदि Form 17C और EVM गिनती में मेल नहीं बैठती है, तो संबंधित VVPATों की पूरी गणना की जाएगी।

मतदाता सूची में आपत्ति / दावे (Claims & Objections) की सुविधा
नाम अपर्याप्त या गलत हो, तो मतदान महासचिव (ERO) स्तर पर आपत्ति दर्ज करने की व्यवस्था।

मतदाता ऐप / डिजिटल प्लेटफार्म (ECINET / Digital Services)
ECI ने विभिन्न मतदाता व चुनाव से जुड़े ऐपों को एक एकीकृत प्लेटफॉर्म (ECINET) में समाहित करने की योजना बनाई है।

बढ़ी हुई छूट व पारिश्रमिक (Increased Remuneration for Polling / Counting Staff)
मतदान एवं गिनती स्टाफ की मजदूरी / पारिश्रमिक को दोगुना करने की व्यवस्था।

अभ्यास एवं प्रशिक्षण (Training) विस्तार
बूथ स्तर अधिकारियों (BLOs) तथा अन्य स्टाफ को प्रशिक्षण देना, ताकि चुनाव संचालन सुचारू हो।

 

अतिरिक्त बूथ (Additional Polling Stations) / विस्तार
गहन आबादी वाले क्षेत्रों व आवासीय परिसरों में अतिरिक्त बूथ खोलने की व्यवस्था।

 

नामांकन प्रस्ताव / अभ्यर्थी जानकारी सुधार
नामांकन प्रक्रिया, विवरणों की पारदर्शिता और अभ्यर्थियों की जानकारी उपलब्ध कराने की व्यवस्था सुधारना।

 

आपदा / कानून-व्यवस्था समन्वय (Enforcement Agencies Coordination)
चुनाव के दौरान काले धन, शराब व अन्य अवैध गतिविधियों को रोकने हेतु सम्बंधित एजेंसियों के साथ समन्वय।

पर्यवेक्षकों की तैनाती (Central Observers Deployment)
केंद्रीय पर्यवेक्षकों (Central Observers) की संख्या बढ़ाना ताकि प्रत्येक क्षेत्र में निष्पक्षता सुनिश्चित हो।

💡 महत्व व चुनौतियाँ

ये कदम पारदर्शिता बढ़ाने, मतदाता विश्वास को सुदृढ़ करने और चुनावों की विश्वसनीयता सुनिश्चित करने की दिशा में हैं।

चुनौतियाँ होंगी जैसे इंटरनेट कनेक्टिविटी की कमी, लॉजिस्टिक व्यवस्था, बड़े क्षेत्रों में वेबकास्टिंग बनाए रखना, और स्थानीय स्तर पर स्टाफिंग व निगरानी।

यदि ये पहल सफल रहीं, तो बिहार चुनाव मॉडल बन सकते हैं जिन्हें अन्य राज्यों में भी अपनाया जाएगा।

Divya Kirti
Author: Divya Kirti

ये भी पढ़ें...

error: Content is protected !!