दिव्यकीर्ति सम्पादक-दीपक पाण्डेय, समाचार सम्पादक-विनय मिश्रा, मप्र के सभी जिलों में सम्वाददाता की आवश्यकता है। हमसे जुडने के लिए सम्पर्क करें….. नम्बर-7000181525,7000189640 या लाग इन करें www.divyakirti.com ,

डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर लगाया 100 प्रतिशत टैरिफ, किन चीजों पर लगा और कब से होगा लागू?

वॉशिंगटन, 11 अक्टूबर 2025 — पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से आयातित वस्तुओं पर 100 % अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की है। इस कदम को ट्रंप ने चीन की “शत्रुपूर्ण” नीतियों के जवाब में लिया है, विशेष रूप से चीन द्वारा दुर्लभ पृथ्वी (rare earth) तत्वों पर लगाए गए निर्यात प्रतिबंधों को देखते हुए।


🔍 क्या कहा गया और क्या प्रस्ताव है?

  • ट्रंप ने कहा है कि यह 100 % टैरिफ पहले से लागू मौजूदा टैरिफ दरों के ऊपर लगाया जाएगा — यानी किस्मत यह बढ़ेगा, न कि बदलेगा।

  • उन्होंने इसके साथ ही बताया कि अमेरिका “किसी भी और सभी क्रिटिकल सॉफ्टवेयर” पर भी निर्यात नियंत्रण (export controls) लागू करेगा।

  • ट्रंप ने यह कदम चीन की हालिया कार्रवाई — दुर्लभ पृथ्वी तत्वों के निर्यात पर नियंत्रण — को “शॉकिंग” और “आगामी खतरनाक कदम” बताया है।


📅 कब से लागू होगा?

  • ट्रंप ने कहा है कि यह नए 100 % टैरिफ 1 नवंबर 2025 से लागू किया जाएगा, या उससे पहले अगर चीन का रुख और आक्रामक हो जाए।

  • वह यह “या पहले” इसलिए कह रहे हैं कि यदि चीन और कड़े उपाय अपनाए, तो अमेरिका इस तिथि से पहले ही यह कदम उठा सकता है।


🛒 किन वस्तुओं पर प्रभाव होगा?

ट्रंप ने स्पष्ट रूप से “चीन से आने वाली सभी वस्तुओं” पर यह टैरिफ लगाने की बात कही है, अर्थात् कोई विशिष्ट छूट नहीं दी जाएगी।

हालाँकि, मुख्य जोर उन वस्तुओं पर है जो निम्नलिखित क्षेत्रों से संबद्ध हैं:

  • दुर्लभ पृथ्वी (Rare Earth) तत्व — चीन पहले ही कई दुर्लभ तत्वों को निर्यात नियंत्रण सूची में डाल चुका है।

  • उच्च तकनीकी उपकरण, चिप्स, इलेक्ट्रॉनिक्स — क्योंकि ये उद्योग दुर्लभ पृथ्वी तत्वों और दूसरे चीन-निर्भर सामग्री पर निर्भर करते हैं।

  • क्रिटिकल सॉफ्टवेयर — ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका चीन को भेजे जाने वाले महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर पर भी नियंत्रण करेगा।


⚠️ असर और संभावित प्रतिक्रियाएँ

  • आर्थिक बाज़ारों में इस घोषणा ने अशांति फैला दी है — अमेरिकी शेयर बाजारों में गिरावट आई।

  • यह कदम अमेरिका और चीन के बीच वाणिज्यिक युद्ध (trade war) को नया मोड़ दे सकता है।

  • चीन से जवाबी कार्रवाइयाँ संभव हैं — जैसे और टैरिफ, निर्यात प्रतिबंध, कानूनी विवाद आदि।

  • कंपनियों को आपूर्ति श्रृंखला (supply chain) बदलने की मजबूरी आ सकती है।

Divya Kirti
Author: Divya Kirti

ये भी पढ़ें...

error: Content is protected !!