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इजरायल और इजिप्ट के दौरे पर जाएंगे राष्ट्रपति ट्रंप, गाजा शांति योजना का करेंगे रिव्यू

वॉशिंगटन / काहिरा / तेल अवीव, 11 अक्टूबर 2025 — अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इज़राइल और मिस्र के दौरे की पुष्टि की है, जहां वे अपनी प्रस्तावित गाज़ा शांति योजना की समीक्षा और आगे की रणनीति तय करने की मंशा रखते हैं। यह कदम उस समय आया है, जब उनके शांति प्रयासों को लेकर क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ा है।


🛫 दौरे का एजेंडा और उद्देश्य

  • ट्रम्प इज़राइल में केनेसेंट (Knesset) के सामने एक संबोधन देंगे और हस्तियों, सांसदों व आतंकवाद पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेंगे।

  • इसके बाद वे मिस्र की राजधानी काहिरा जाएंगे, जहाँ शांति समझौते की औपचारिक स्वीकृति और हस्ताक्षर कार्यक्रम हो सकता है।

  • मिस्र दौरे के दौरान ट्रम्प द्वारा गाज़ा शांति योजना (उनकी 20-बिंदु / 21-बिंदु की प्रस्तावित योजना) की समीक्षा व सुधार पर विचार किया जाएगा।

  • मिस्र में एक विश्व शांति सम्मेलन / नेताओं की शिखर बैठक आयोजित करने की योजना है, जिसमें अरब और पश्चिमी देशों के नेता शामिल होंगे।


📜 प्रस्तावित गाज़ा शांति योजना — मुख्य बिंदु

ट्रम्प द्वारा 29 सितंबर 2025 को प्रस्तुत योजना (20 / 21 बिंदुओं की) में निम्न प्रमुख प्रावधान शामिल हैं:

बिंदु विवरण
युद्धविराम सभी सैन्य कारवाई तुरंत बंद करना
बंधकों की रिहाई गाज़ा में बंद सभी इज़राइली बंधकों की रिहाई
बंदियों की रिहाई इज़राइल द्वारा कुछ कैदियों को छोड़ना
सैन्य वापसी इज़राइली सेना की सीमित वापसी एक पूर्व तय रेखा तक
पुनर्निर्माण गाज़ा के बुनियादी ढांचे की बहाली और पुनरुद्धार
अंतरराष्ट्रीय निगरानी बल मिस्र, कतर, तुर्की, अन्य देशों की साझेदारी से निगरानी बल
पुलिस और सुरक्षा व्यवस्था गाज़ा को पुनर्गठित पुलिस व सुरक्षा व्यवस्था देना
हैमास निस्पंदन हथियारों और ट्रेंचों का परिसमापन / विनाश
प्रादेशिक स्वशासन अस्थायी प्रशासन और सुधारों के ज़रिए स्थानीय सरकार का गठन

⚠️ चुनौतियाँ एवं आलोचनाएँ

  • हथियारों का नियंत्रण: हैमास के संगठनात्मक और सैन्य घटकों को नियंत्रित करना और उनका निष्क्रियकरण करना जटिल रहेगा।

  • क्षेत्रीय असहयोग: कुछ अरब राष्ट्रों ने ट्रम्प की प्रस्तावित योजनाओं—विशेषकर गाज़ा से लोगों को मिस्र या अन्य देशों में स्थानांतरित करने की धारणा—को अस्वीकार कर दिया है।

  • विश्वसनीयता का संकट: इलाके में पुरानी अनसुलझी विरासत और विश्वास की कमी के कारण किसी भी समझौते को लागू करना कठिन होगा।

  • सरकार और प्रशासन: गाज़ा में कौन शासक बनेगा, किसकी संप्रभुता होगी, और कैसे सुरक्षा व सेवा व्यवस्था चलेगी — ये अभी अस्पष्ट हैं।

  • अंतरराष्ट्रीय संसाधन: पुनर्निर्माण और मानवीय सहायता के लिए अरब देशों, संयुक्त राष्ट्र और अन्य संगठनों की भागीदारी अनिवार्य होगी।


⏳ समयरेखा और संभावित प्रभाव

  • ट्रम्प का दौरा अगले सप्ताह आरंभ होने की संभावना जताई जा रही है।

  • समझौते के पहले चरण — युद्धविराम, हस्ताक्षर और बंधकों / बंदियों की प्रारंभिक रिहाई —मानव अधिकार और मानवीय राहत को बढ़ावा दे सकती है।

  • यदि ट्रम्प सरकार इस प्रयास में सफल रही, तो यह मध्य-पूर्व में अमेरिका की भूमिका को और अधिक प्रमुख बना सकती है।

  • हालांकि विवादित बिंदुओं पर राजनयिक संघर्ष, स्थानीय प्रतिरोध और असमंजस अभी भी प्रमुख बाधाएं होंगी।

Divya Kirti
Author: Divya Kirti

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