दिव्यकीर्ति सम्पादक-दीपक पाण्डेय, समाचार सम्पादक-विनय मिश्रा, मप्र के सभी जिलों में सम्वाददाता की आवश्यकता है। हमसे जुडने के लिए सम्पर्क करें….. नम्बर-7000181525,7000189640 या लाग इन करें www.divyakirti.com ,
7k Network

होम

Search
Close this search box.
Search
Close this search box.

अधिकारियों का कृपा पात्र बन यह शख्स ठगता रहा लोगों को जमीनें

कालरी अधिकारियों के चरण चुम्बन से जियाउल को मिला एक मुकाम

कॉनमैन बन लोगों को ठगता रहा कई जमीनें

कभी जमीन की दलाली से सफर शुरू करने वाले जियाउल ने आज ऐसी मंजिल तय कर लिया है जहाँ कॉनमैन जैसे लोगों की महफिलें सजती हैं। जमीन की दलाली से उसी जमीन में नौकरी करने वाले इस जियाउल की एक लंबी फेहरिस्त है। जो बटुरा-बिछिया और रूंगटा जैसे स्थानों में जमीनों की कई हेरफेर किया हैं जिसके माँमले कुछ थानों में हैं तो कुछ विचाराधीन हैं।हलाकि ये और बात है कि इसकी खबरें प्रकाशित करने पर कथित व्यक्ति बौखलाकर न सिर्फ अपना आपा खोता है बल्कि जनाब बौखलाहट में पत्रकारों पर ही आरोप लगाते हैं फिर अपना थाह ढूंढकर उनसे माफी भी मांग लेते हैं। हमारे सूत्रों ने बताया कि जिस जमीन पर यह कब्जा किया है उसी जमीन पर अपना आशियाना भी बनाया है और वह जमीन भी कालरी अधिकारियों की चरण चुम्बन से प्राप्त हुआ है।

बुढार।।धनपुरी

सोहागपुर क्षेत्र अंतर्गत आने वाली दामिनी भूमिगत खदान में जमीन के बदले नौकरी पाने वाले कुछ कर्मचारी अभी भी हाजिरी लगाकर खदान से रफू चक्कर हो जाते हैं और फिर जमीन की दलाली करते हैं कहने ने को तो यह जनरल मजदूर है लेकिन अधिकारियों की चरण वंदना करने में इसे महारत हासिल हो चुकी है सुबह खदान में हाजिरी लगाकर अधिकारियों के निजी काम करना और फिर दिनभर जमीन की दलाली करना इसका पेशा बन चुका है सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार संजय नगर में रहने वाले एक अधिकारी के बच्चों को बुढार के बचपन स्कूल पहुंचना फिर छुट्टी होने पर स्कूल से संजय नगर पहुंचना ही इसकी प्रमुख ड्यूटी है यह ड्यूटी निभाने के बाद चाहे कहीं घूमता फिरता रहे इस बात से प्रबंधन को कोई मतलब नहीं है जनरल मजदूर लगभग 2 साल से अधिकारियों की चरण वंदना करने के कारण खदान के अंदर तक नहीं गया है बच्चों को स्कूल पहुंचाने के अलावा खदान के अधिकारियों की गृह लक्ष्मियों को भी शॉपिंग करवाने के लिए यह ड्राइवर की जिम्मेदारी बखूबी निभाते हैं दामिनी भूमिगत खदान में वर्तमान समय में कर्मचारियों से एक तय नजराना वसूलने की भी जिम्मेदारी इसी चापलूस दलाल की है सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अधिकांश कर्मचारी 7 सौ रुपए देकर हाजिरी लगाकर घूमने फिरने की आजादी पाई जाते हैं इन कर्मचारियों से पैसा वसूल कर अधिकारियों की जेब में डालने की जिम्मेदारी इसी चापलूस की है बच्चों को स्कूल लाना ले जाना बाजार करवाने की जिम्मेदारी निष्ठा पूर्वक निभाने के साथ-साथ यदि बीच में यह फोन आ गया कि विशेष तरल गरल करने की इच्छा जागृत हुई है तो फोन करने वाले अधिकारी के पास विशेष तरल और मुर्ग मुसल्लम की व्यवस्था यह चंद घंटों में कर देता है खदान से हाजिरी लगाकर जमीनों की खरीद फरोख्त करना जमीन की दलाली करना इसका पेशा बन चुका है।

हमारे सूत्रों ने बताया कि 2010-12 के आसपास इसने जमीन की दलाली में कदम रखा कई ऐसे लोग हैं जिन्हें यह जमीन की टोपी पहनाया माँमला यहीं नही थमा बल्कि जमीन के ही माँमले एक प्रकरण के रूप में पंजीबद्ध हो गए। कुछ समय बीतने के बाद जियाउल का सिक्का मार्केट में दौड़ पड़ा और यह फर्श से अर्स तक गया। जमीन की ही दलाली से अपने मुकाम को तय करने के बाद इसने कालरी की नौकरी प्राप्त कर ली, वहाँ भी इसने अफसरों की दलाली व चरनचुम्बन करने में कोताही नही बरती और जमीनों का हेरफेर वहाँ भी जारी रहा।यही नही आफ रिकॉर्ड यह कालरी समय मे ही तहसील के चक्कर काटकर जमीन क्रय-विक्रय का जुगाड़ बनाया करता था।

खैर ये  और बात है कि अधिकारियों का कृपा पात्र यह शख्स अब भी इस काम के लिए मशगूल है।

Divya Kirti
Author: Divya Kirti

ये भी पढ़ें...

error: Content is protected !!