दिव्यकीर्ति सम्पादक-दीपक पाण्डेय, समाचार सम्पादक-विनय मिश्रा, मप्र के सभी जिलों में सम्वाददाता की आवश्यकता है। हमसे जुडने के लिए सम्पर्क करें….. नम्बर-7000181525,7000189640 या लाग इन करें www.divyakirti.com ,
Search
Close this search box.

पटवारी की मौत के बाद भी प्रशासन को आ रही खुमारी,नही रुक रहा अवैध उत्खनन

 

 

पटवारी की मौत के बाद भी कुंभकर्णी नींद से नहीं जागा प्रशासन

जिले में रेत का अवैध कारोबार बदस्तूर जारी

शहडोल ।

समूचे प्रदेश में रेत के अवैध कारोबार के लिए कुख्यात शहडोल जिले में प्रशासन के लाख दावों के बाद भी रेत के अवैध निकासी का खेल बंद होने का नाम नहीं ले रहा है,जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए दिन अवैध रेत के कारोबार अखबारों की सुर्खियां बनी रहती हैं लेकिन जिले में पदस्थ जिम्मेदारों के कानों में जूं तक नहीं रेंगती , आलम यह की रेत के इस अवैध कारोबार के सरगना स्वछंद होकर अपने इस कारोबार को अंजाम देने से बाज नहीं आ रहे हैं ।

बुढार थाना क्षेत्र से फिर पकड़ी गईं अवैध रेत से भरी डग्गियां

विगत तेरह दिसंबर की रात बुढार थाना क्षेत्र अंतर्गत पडखुरी तिराहे के पास वन विभाग का मैदानी अमला रात्रि गश्त पर था , इसी दौरान उन्हें रेत से भरी दो डग्गियां दिखीं , मैदानी अमले द्वारा वाहन के चालकों से उक्त रेत से संबंधित दस्तावेज मांगे गए किंतु वाहन चालकों द्वारा डग्गियों में लदे रेत से संबंधित कोई दस्तावेज वन विभाग के कर्मचारियों को नहीं दिए गए , जिसकी सूचना कर्मचारियों के द्वारा अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई , मामले की सूचना मिलते ही वन परिक्षेत्र अधिकारी जैतपुर घटना स्थल पर पहुंचे और दोनो डग्गियो को अपनी अभिरक्षा में लेकर निमूहा स्थित वन चौकी में खड़ा करवा लिया गया ।

डग्गियाँ भाजपा नेताओं के नाम पर पंजीकृत , एग्रीमेंट के नाम पर हो रहा था खेल…

मौके पर पकड़ी गई डग्गियों के बारे में जब जानकारियां खंगाली गई तो यह सामने आया की एक डग्गी जिसका पंजीयन क्रमांक MP 18GA 4876 है  दूसरी डग्गी जिसका पंजीयन क्रमांक CG 10 BD 9710 , सूत्रों के मुताबिक इन दोनो वाहनों के मालिकों ने इन वाहनों को एग्रीमेंट के तहत बुढार निवासी किसी शंखू दीवान नामक युवक को दिया था , भाजपा नेता की डग्गी से रेत का अवैध कारोबार हो और वाहन मालिक को इसकी खबर ना हो यह बात भी लोगों को हजम नहीं हो रही है ।

वाहन पकड़े जाने के साथ ही परिक्षेत्र अधिकारी पर पड़ने लगा राजनैतिक दवाब

वन विभाग के मैदानी अमले ने रात्रि में अवैध रेत से भरे वाहनों को पकड़ने का जो जज्बा दिखाया था वह जज्बा राजनैतिक दवाबों के पड़ने के बाद शिथिल नजर आने लगे , वन विभाग के अफसरों के मोबाइल की घंटियां स्थानीय विधायक और भाजपा के मंडल स्तर से लेकर जिला स्तर के पदाधिकारियों की सिफारिशों से घनघनानें लगीं , इन सिफारिशों का नतीजा यह निकला की लगभग डेढ़ दिनों के बाद भी वन विभाग द्वारा पीओआर नहीं काटी गई और मामले से अपना पल्ला झाड़ने का प्रयास किया जा रहा है ।

स्थानीय पुलिस की भूमिका संदिग्ध…

बुढार थानाक्षेत्र अंतर्गत रेत के अवैध कारोबार हमेशा ही सुर्खियां में रहा है , पूर्व में भी थानाक्षेत्र के अंतर्गत आने वाला जरवाही गांव के बटली में रेत माफियाओं का तांडव स्थानीय रहवासियों के चर्चा का विषय था , यहां का कारोबार भी स्थानीय थाने की मौन स्वीकृति पर ही जारी था जिसके लिए इस कार्य में उपयोग होने वाले वाहनों की सूची और शुल्क थाने में जमा की जाती थी , लेकिन माफियाओं के बीच के आपसी प्रतिस्पर्धा ने पुलिस – माफिया के इस गठजोड़ पर विराम लगा दिया , सूत्रों के अनुसार कुछ माफिया अभी भी इस कारोबार में संलिप्त हैं और इन्होंने अपना नया ठिकाना कसेंड नाला और पडखुरी को बनाया है , अपने आप को स्थानीय विधायक का करीबी बताने वाले पडखुरी गांव के स्थानीय भाजपा के नेता के परिजन भी इस कार्य में शामिल हैं ।

कार्यवाही के नाम पर एक दूसरे के पाले में गेंद फेंकने का कार्य कर रहे हैं विभाग…

पडखुरी तिराहे में अवैध रेत से लदे वाहनों को छोड़ने को लेकर सत्ताधारी दल के नेताओं के दवाब के सामने विभाग अब घुटने के बल रेंगते नजर आ रहे हैं , वन विभाग द्वारा जब्त किए गए वाहनों पर तो वन अधिनियम के तहत कार्यवाही होनी चाहिए लेकिन अब वन विभाग इस पूरे प्रकरण को खनिज विभाग को सौंपने के फिराक में चूंकि वन अधिनियम के तहत की गई कार्यवाही कड़ी होती है और वाहन के राजसात होने की नौबत भी आ जाती है कि इसलिए अब ये कारोबारी यह स्वयं चाह रहे हैं की यह समूचा प्रकरण खनिज विभाग को सौंप दिया जाए और जिला ताकि जिला प्रशासन पर राजनैतिक दवाब बनाकर खनिज विभाग द्वारा साधारण जुर्माना लगवा कर अपना वाहन मुक्त करवा एक बार पुनः इस कारोबार को जारी रख सकें ।

Divya Kirti
Author: Divya Kirti

ये भी पढ़ें...

error: Content is protected !!