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रिश्वत लेते धराए सीबीआई

 

शिक्षा जगत का दूसरा सबसे बड़ा घोटाला
●कोर्ट ने सौंपा था सीबीआई को जाँच
●नर्सिंग घोटाला बना सीबीआई के गले की फाँस

डेस्क भोपाल…

देश के नर्सिंग कॉलेज घोटाला मामले में सीबीआई की दिल्ली टीम ने ने रविवार को एक बड़ी सर्जरी की है टीम ने अलग-अलग शहरों में छापेमारी कर सीबीआई के निरीक्षक राहुल राज समेत 13 लोगों को गिरफ्तार किया है।राहुल राज को टीम ने 10 लाख की रिश्वत लेते दबोचा। हिरासत में लिए गए आरोपियों में तीन कॉलेज के संचालक भी शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इन पर चार कॉलेजों को कार्रवाई से बचाने के लिए रिश्वत लेने का आरोप है।
दिल्ली से आई सीबीआई की टीम ने भोपाल, इंदौर और रतलाम में कार्रवाही की है।
बता दें कि गत वर्ष मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने सीबीआई को मामले में कार्रवाही के निर्देश दिए थे। इसके बाद सीबीआई की टीम ने भोपाल, इंदौर और रतलाम शहर में ताबड़तोड़ कार्रवाई की। जानकारी के अनुसार नर्सिंग कॉलेज घोटाले में सीबीआई निरीक्षक राहुल राज पर कॉलेज को बचाने की रिपोर्ट बनाने के लिए रिश्वत मांगने का आरोप लगा था। इस बीच, भोपाल के सीबीआई निरीक्षक को टीम ने उसके प्रोफेसर कॉलोनी स्थित घर से दबोच लिया। साथ ही रिश्वत देने वाले भोपाल के मलय कॉलेज ऑफ नर्सिंग के चेयरमैन अनिल भास्करन, प्रिंसिपल सुमा भास्करन और एक दलाल सचिन जैन को भी सीबीआई ने गिरफ़्तार किया है। राहुल राज के घर से सीबीआई को जांच में दो सोने के बिस्कट और करीब करीब आठ लाख रुपए नगद मिले है। इन चारों आरोपियों को सीबीआई की विशेष न्यायाधीश अरविंद कुमार शर्मा की कोर्ट में पेश किया गय। कोर्ट ने चारों को 10 दिन की रिमांड पर सीबीआई को सौंप दिया।
जानकारी के अनुसार सीबीआई ने इंदौर और रतलाम में भी छापेमारी की है। इसमें कॉलेज संचालक और मध्य प्रदेश पुलिस के दो अधिकारी भी शामिल है, जो प्रतिनियुक्ति पर सीबीआई की जांच में सहयोग कर रहे थे। हालांकि अभी सीबीआई की तरफ से कोई आधिकारिक बयान जारी नही ंकिया है। एनएसयूआई नेता रवि परमार ने दावा किया कि उनकी शिकायत पर सीबीआई ने कार्रवाई की है। व जल्द ही भष्टाचार मामले में सीबीआई को जल्द ही सबूत सौपेंगे।
रिपोर्टों की माने तो शिक्षा जगत में व्यापमं के बाद दूसरा बड़ा घोटाला
बता दें, शिक्षा और रोजगार से जुड़े मामलों में व्यापमं घोटाले के बाद राज्य का यह दूसरा बड़ा घोटाला है, जिसकी जांच सीबीआई के द्वारा की जा रही है और ऐसे में सीबीआई के अधिकारियों द्वारा ही इस मामले में रिश्वत लेने के आरोपों के बीच, इस पूरी जांच प्रक्रिया पर ही सवालिया निशान खड़े हो गए हैं।
मध्य प्रदेश में राज्य भर के कुल 364 नर्सिंग कॉलेज की जांच सीबीआई द्वारा जांच की जा रही है। इसी के चलते खंडवा जिले में भी सीबीआई की टीमें नर्सिंग कॉलेजों की जांच करने पहुंची थी। जहां कॉलेज में हो रहे एडमिशन से लेकर यहां की फैकल्टी और छात्रों को दी जा रही सुविधा के अलावा कॉलेज से जुड़े सभी दस्तावेजों की जांच की गई थी। इसी तरह हाई कोर्ट के निर्देश पर प्रदेश के सभी कॉलेजों में सीबीआई की टीमें जांच कर रही हैं।

2022 से सीबीआई का पडताल जारी …

बता दें, नर्सिंग कॉलेजों में अनियमितताओं की शिकायत के बाद यह मामला मध्य प्रदेश हाई कोर्ट तक पहुंचा था जहां की इंदौर बैंच के द्वारा इस मामले को जबलपुर बैंच को ट्रांसफर कर दिया गया था। इसके बाद हाई कोर्ट की जबलपुर बैंच द्वारा इस मामले को केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई को सौंप दिया गया था। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के आदेश के आधार पर अक्टूबर 2022 में सीबीआई ने इस मामले की जांच शुरू की थी और सीबीआई द्वारा प्रारंभिक निष्कर्षों में राज्य भर के कई नर्सिंग कॉलेजों में व्यापक अनियमितताएँ थी जिसके उजगार होने पर उच्च न्यायालय ने गंभीर चिंता व्यक्त की थी।

Divya Kirti
Author: Divya Kirti

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