दिव्यकीर्ति सम्पादक-दीपक पाण्डेय, समाचार सम्पादक-विनय मिश्रा, मप्र के सभी जिलों में सम्वाददाता की आवश्यकता है। हमसे जुडने के लिए सम्पर्क करें….. नम्बर-7000181525,7000189640 या लाग इन करें www.divyakirti.com ,

शर्म है! ऐसी लोकसेवकों पर..

 

 

 

सरेराह गालियों की बौछार
अनूपपुर।।

लोकतंत्र और लोकसेवक की नौकरी को शर्मसार करने वाली आरटीओ महिला वसूली बाज को संयुक्त परिवहन आयुक्त ने निलंबित कर दिया है आपको बता दूँ लोकसेवा व मप्र की भर्ती में महिलाओं के आरक्षण को लेकर बढ़ने वाली नौकरी में दशकों से अच्छा इजाफा हुआ है किंतु लोकसेवा की आड़ में ऐसे कर्मचारी, अधिकारी अब नियुक्त हो रहे हैं जो भ्रष्टाचार के एक बड़े तंत्र हैं।
बीते दिनों ऋतु शुक्ला,मीनाक्षी गोखले नामक दो आरटीओ कर्मचारी ने हाइवे पर कुछ राहगीरों से वसूली कर रहे थे जिसकी वीडियो आंचलिक पत्रकारों ने अपने कैमरे में कैद कर लिया । इस वीडियो पर भड़कते हुए महिला कर्मचारियों ने शिष्टाचार और लोकसेवक से परे व्यवहार करते हुए पत्रकारों से गाली-गलौज करते हुए खासा बदतमीजी की जिसकी वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ इससे न सिर्फ किसी महिला,कर्मचारी अधिकारी की साख जाती है बल्कि ऐसी महिलाएँ एक पूरे महिला समाज की सभ्यता को कलंकित करती है।इस पूरे मामले का पड़ताल करते हुए संयुक्त परिवहन आयुक्त ने ऋतु शुक्ला को निलंबित कर दिया है।

मीनाक्षी पर क्यों मेहरबानी

सँयुक्त परिवहन आयुक्त के पत्र में ऋतु शुक्ला का निलंबन लिखा गया है और सहयोगी महिला आरटीओ कर्मचारी मीनाक्षी गोखले पर अभी तक परिवहन विभाग की मेहरबानी बनी हुई है।शर्म है ऐसी लोकसेवकों पर जो सरेराह आम आदमी तो क्या पत्रकारों को मा…बहन..और भो…की गाली बक रही है ऐसी सिस्टम से आप क्या उम्मीद कर सकते हैं।लोगों का मानना है आरटीओ विभाग सरकार के भ्रष्टाचार का एक बड़ा तंत्र है इस कारण इसमें वसूलीबाजो की नियुक्ति होती है।खासकर मीनाक्षी गोखले व ऋतु शुक्ला जैसी महिलाओं की।परिवहन विभाग की इस कार्यवाही पे सवाल उठना तो लाजमी है वसूली दोनों महिला सहयोगियों द्वारा की जा रही थी और सस्पेंड सिर्फ एक को।
ऋतु शुक्ला जैसी महिलाओं के लिए सस्पेंसन कोई नई बात नही है खुली सड़क पर आम आदमी व पत्रकार जैसे लोगो को सीधे गाली बकने पर इन्हें नौकरी से बर्खास्त जैसी सजा दी जानी चाहिए।

Divya Kirti
Author: Divya Kirti

ये भी पढ़ें...

error: Content is protected !!