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हजारों जवाबों से अच्छी है मेरी खामोशी, न जाने कितने सवालों की आबरु रख ली” नही रहे भारत के पूर्व प्रधानमंत्रीमनमोहन सिंह

“हजारों जवाबों से अच्छी है मेरी खामोशी, न जाने कितने सवालों की आबरु रख ली” नही रहे भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह

नई दिल्ली।।

देश को जब जब आर्थिक विपत्तियों के दिन याद आएँगे मनमोहन सिंह का नाम भुलाया नही जा सकता आधुनिक अर्थशास्त्र के इस जनक बेहद, सरल सहज थे अपनी चतुराई से देश को वित्तीय संकटो से दूर रखा एक बार जब संसद में उनका उपहास हो रहा था तब उन्होंने कहा “हज़ारों जवाबों से अच्छी है मेरी खामोशी, न जाने कितने सवालों की आबरु रख ली”।
उन्होंने 92 साल की आयु में दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल में अंतिम सांस ली। रात में ही उनका पार्थिव शरीर दिल्ली स्थित आवास पर लाया गया था। आज सुबह 11 बजे उनका अंतिम संस्कार हो सकता है। कांग्रेस मुख्लालय में उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी।। केंद्र सरकार ने पूर्व पीएम के निधन पर सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। बताया जा रहा है कि उनकी एक बेटी विदेश में हैं। उनके आने के बाद ही डॉ. मनमोहन सिंह को अंतिम विदाई दी जाएगी।
लुटियंस दिल्ली के मोतीलाल नेहरू रोड स्थित बंगला नंबर 3, करीब 10 सालों तक पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का आवास रहा। सिंह का बृहस्पतिवार को निधन हो गया। वह 92 साल के थे।
भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सम्मान में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट के दूसरे दिन शुक्रवार को बांह पर काली पट्टी बांध कर मैदान पर उतरे।
भारत के आर्थिक सुधारों के जनक मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में बृहस्पतिवार रात को दिल्ली में निधन हो गया। वह 2004-14 के दौरान भारत के प्रधानमंत्री थे। उन्हें 1991 में भारत के आर्थिक उदारीकरण के वास्तुकार के रूप में जाना जाता है। डॉ. मनमोहन सिंह को भारत में 1 रुपये से 100 रुपये तक के करेंसी नोटों पर हस्ताक्षर करने वाली एकमात्र हस्ती होने का अनूठा गौरव प्राप्त है। देश में 1 रुपये के नोट पर वित्त सचिव और 2 रुपये और उससे ऊपर के नोट पर भारतीय रिजर्व बैंक गवर्नर के हस्ताक्षर होते हैं। डॉक्टर सिंह ने दोनों पदों पर कार्य किया था।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर देश के उद्योगपतियों से लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष सभी ने दुख व्यक्त किया है।आपका इस तरह जाना देश के लिए अपूर्णनीय क्षति है।

Divya Kirti
Author: Divya Kirti

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