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बेहद हॉन्टेड है एमपी का यह किला,घुंघरुओं की आवाज से सहम जाते हैं लोग

बेहद हॉन्टेड है एमपी का यह किला,घुंघरुओं की आवाज से सहम जाते हैं लोग
शिवपुरी।।

आपने बालीवुड,टीवी सीरियल और हॉरर पर बनी तमाम फिल्में देखी होंगी कई फिल्में ऐसी हो जाती हैं जो दशकों तक दिलो में घर कर जाती हैं मुख्यतः अभिनेत्री बेस्ड हारर कहानियाँ या फिल्में, काफी दिलचस्प होती है।आपने अक्षय कुमार और विद्या बालन की भूल-भुलैया फिल्म देखा ही होगा जिमसें विद्या बालन के घुंघरुओं की आवाज और नृत्य पूरे फिल्म में डर का माहौल बनाए रखता है और दर्शकों को कुर्सी न छोड़ने को मजबूर करता है।

 

ऐसी ही एक दिलचस्प कहानी मप्र के एक किले की है जहाँ घुंघरुओं की आवाज सुनकर रूह काँप जाती है।
मप्र के शिवपुरी जिले में एक किला स्थित है। जिसे लोग ‘पोहरी का किला’ के नाम से भी जानते हैं। कहा जाता है कि क्या दिन क्या रात, कोई यहां अकेल आने का साहस नहीं उठा पाता। स्थानीय लोगों का कहना है कि शाम ढलते ही यहां भूतों की महफिल सजती है और जो इस महफिल को देख लेता है वो बचकर नहीं आ पाता। इस डरावनी किले के पीछे की क्या कहानी है आइए जानते हैं…

आज से करीब दो हजार साल पहले बने इस किले में वीर खांडेराव नामक एक राजा रहा करते थे। उन्हें नृत्य देखने का बेहद शौक था। वे आए दिन इस किले में आलीशान पार्टी आयोजित करवाते रहते थे। लेकिन उनकी मृत्यु के बाद परिवार का कोई सदस्य यहां टिक नहीं पाया। कहा जाता है कि किले में आज भी राजा खांडेराव की आत्मा भटकती है और रात में यहां पार्टी का आयोजन करवाया जाता है, जिसमें भूत प्रेत शामिल होते हैं। स्थानीय लोग कहते हैं कि रात में
इस किले से घूंघरूओं की आवाज आती है। कई लोग आत्माओं के देखे जाने का भी जिक्र करते हैं, तो वहीं कुछ लोग मानते हैं कि किले में एक खजाना है। जिसकी रक्षा भूत-प्रेत करते हैं।
शिवपुरी जिले से 35 किलोमीटर दूर घने जंगलों के बीचों बीच बसा पोहरी नगर जिसे पहले पोरी नगर के नाम से भी जाना जाता था। पोहरी का किला यहीं स्थित है। लोग पूर्व में इस किले को उसके नक्काशी के लिए भी जानते थे। अलग-अलग मैगजीन में छपे आर्टिकलों के अनुसार यह किला पूरी तरह से खंडहर में तब्दील हो चुका है। लोग यहां जाने से डरते हैं। कई वर्ष पूर्व यहां स्कूल खोलने का भी प्रयास किया गया था। लेकिन एक छात्र की मौत के बाद इसे बंद कर दिया गया।

Divya Kirti
Author: Divya Kirti

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