दिव्यकीर्ति सम्पादक-दीपक पाण्डेय, समाचार सम्पादक-विनय मिश्रा, मप्र के सभी जिलों में सम्वाददाता की आवश्यकता है। हमसे जुडने के लिए सम्पर्क करें….. नम्बर-7000181525,7000189640 या लाग इन करें www.divyakirti.com ,
Search
Close this search box.

छ्ग के पत्रकार को उतारा मौत के घाट, पत्रकारों के प्रति सरकार कब तय करेगी अपनी जवाबदेही:पार्ट-2

 

..…बीजापुर  (विनय मिश्रा की कलम से)

छ्ग के बीजापुर मे हुई पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या ने पत्रकार और पत्रकारिता से जुड़े लोगों के जहन में एक भय का माहौल पैदा कर दिया है यानि अब एक पत्रकार समाज मे होने वाली घटनाओं, अत्याचार, भ्रष्टाचार, सरकार व नौकरशाहों की लीपापोती पर खबर करने से पहले झिझक जाएगा। हमने मुकेश चंद्राकर के यूट्यूब चैनल”बस्तर जंक्शन”की जब खबरें निकाली तब आभास हुआ कि क्यों मुकेश गुंडे,माफिया,सरकारी तंत्र को चुभता था। मुकेश की खबरें कभी ढहती हुई पुल तो कभी जर्जर स्कूल व वहाँ तक जाने के लिए भरा हुआ लबालब पानी तो कभी दूर-दूर तक गाँव के लिए सड़कों का न होने पर सवाल उठाना और लगातार उन मुद्दों पर जिक्र करना,जैसी खबरें मुकेश की पत्रकारिता में शामिल थे। यही नही एक बार नक्सलियों ने एक व्यक्ति की फिरौती माँग की थी जिस पर मुकेश ने नक्सलियों से मध्यस्थता करके उसे छुड़ाकर लाया था । इस बहादुरी के लिए स्वयं तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश सिंह बघेल ने उनका पीठ थपथपाया था तब से मुकेश पूरे छ्ग में एक आइकॉनिक पत्रकार के रुप में जाने, जाने लगे।
पर मुकेश का यूँ जाना पत्रकारिता ही नही बल्कि संविधान में प्रदत्त प्रेस स्वतंत्रता कानून की अभिव्यक्ति पर भी सवालिया निशान उठाती है।कई बार पत्रकारों को चरण-चुम्बन के लिए मजबूर किया जाता है ऐसा न करने पर या तो वह पत्रकार अखबार, चैनलों से बाहर फेंक दिया जाता है या फिर उसकी लाश ऐसे ही किसी सेप्टिक टैंक,नाली या सड़क किनारे पड़ी होती है।अहम सवाल तो यह है कि पिछले 5 सालों में 20 पत्रकारों की हत्या हुई है 2018 में तकरीबन 248 पत्रकार कैद हुए,2020 में 64 पत्रकार गायब हो गए,पत्रकारों के लिए आखिर जवाबदेही कौन तय करेगा।सरकार और उससे जुड़ा एक बड़ा तंत्र या तो उन्हें ‘भोंपू’ बनाना चाहता है या उनके अपने दरबार का ‘दरबारी’ ऐसा न करने वाला पत्रकार ही या तो लापता होता है या फिर कुचल दिया जाता है।
फिलहाल छ्ग के पत्रकार मुकेश चंद्राकर मामले में प्रशासन ने आरोपी सुरेश चंद्राकार के ठिकानों पर जेसीबी से कार्रवाई शुरू कर दी है।प्रशासन अवैध निर्माण पर जेसीबी से कार्रवाई कर रहा है। इसके अलावा मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में एसआईटी गठित की गई है। जांच के लिए सुरेश चंद्राकर के तीन बैंक खातों को कब्जे में लिया गया है।

केंद्रीय राज्य मंत्री ने किया शोक व्यक्त…

पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या को लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू का बयान आया है. उन्होंने मुकेश चंद्राकर की हत्या की निंदा की और शोक व्यक्त किया है। केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने कहा, पत्रकार हमारे लोकतंत्र के चौथे स्तंभ हैं, और हमारी कमियों को बताने का काम करते हैं। 2026 तक हमारा प्रदेश नक्सल मुक्त होगा, इस प्रकार की घटनाएं हमारे मन में तकलीफ देती हैं और मैं इस घटना में शोक प्रकट करता हूं आगे सरकार ऐसे विषयों पर ठोस कदम उठाएगी।

 

वायनाड से सांसद और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने पत्रकार मुकेश चंद्राकर के हत्या की निंदा की है।उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, बस्तर, छत्तीसगढ़ के पत्रकार मुकेश चंद्राकर जी की हत्या का समाचार स्तब्ध करने वाला है।खबरों के मुताबिक, मुकेश जी ने अपनी रिपोर्ट में भ्रष्टाचार का खुलासा किया था जिसके बाद उनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई।मेरी राज्य सरकार से मांग है कि इस मामले में सख्त और त्वरित कार्रवाई हो, दोषियों को कड़ी सजा मिले और दिवंगत के परिजनों को उचित मुआवजा एवं नौकरी पर विचार किया जाए।
“विनम्र श्रद्धांजलि”

Divya Kirti
Author: Divya Kirti

ये भी पढ़ें...

error: Content is protected !!