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अवैध कोयले की गाडी पकडाते ही बौखलाया मोनी… बकही से तस्करी का ‌मास्टरमाइंड कौन..?

किसकी शह पर हो रहा खेल, क्यों दर्ज नहीं हुआ मामला…?

अनूपपुर।।
बीते कुछ माह पूर्व जिले में संवेदनशील पुलिस अधीक्षक की पदस्थापना के बाद कोयला, कबाड़, जुंआ, सट्टा पर जिस तरह से ताबड़तोड़ कार्यवाही हुई उससे यह माना जा रहा था कि अनूपपुर जिले में अब किसी भी तरह की अनैतिक गतिविधियां संचालित नहीं होगी, लेकिन समय निकलते ही सबकुछ बदलता नजर आ रहा है। अनूपपुर जिले के बकही क्षेत्र में इन दिनों अवैध कोयला कारोबारी इस तरह सक्रिय है कि यहां दर्जनों कोयले की अवैध सुरंगों से दिन रात कोयले की तस्करी हो रही है।
हालात ऐसे हैं कि इन सुरंगों से जान जोखिम नें डालकर सैकडों मजदूर रोजाना सैकडों टन कोयला निकालकर यहां सक्रिय उन कोल माफियाओं को दे रहे हैं जो इसे छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश सहित स्थानीय ईलाकों में खपाकर मोटी कमाई कर रहे हैं। सूत्र बताते हैं काले हीरे के इस कारोबार में इतनी मोटी कमाई है कि इस कारोबार का नेटवर्क अब जिले से बाहर तक पहुंच चुका है। हमारे नेटवर्क बताते हैं कि अनूपपुर जिले में काले हीरे के कारोबार में जबलपुर के एक बड़े कारोबारी की इंट्री हुई है और उसनें स्थानीय स्तर के कुछ लोगों को शामिल कर अपनें इस अवैध कारोबार को नया रुप दिया हुआ है।
जानकारों नें यह भी बताया कि इस कारोबार में राजधानी स्तर तक मोटी पकड़ रखनें का दावा करनें वाले उक्त अवैध कारोबारी नें बकही क्षेत्र में अवैध कोयला कारोबार के लिये बकायदे अनुमति देता नजर आ रहा है। जानकार बताते हैं कि इस अवैेध कारोबार से कमाई के फेर में जिले के कुछ ऐसे कारोबारी शामिल हैं जो इस समूचे क्षेत्र में जहां इस कारोबार से मोटी कमाई कर रहे हैं वहीं अब इस क्षे्र की आवोहवा भी खराब कर रहे हैं।

30 की रात अवैध कोयले से लोड पकडाये वाहन का क्या है सच

अनूपपुर जिले के बकही क्षेत्र में बीते लगभग एक माह से चल रहे इस कारोबार की खबरें तो लगातार सामनें आ रही थी, लेकिन जिले का प्रशासनिक अमला इस ओर ध्यान नहीं देना चाह रहा था। और 30 जनवरी की रात मुखबिर की सूचना पर रात लगभग 12 बजे के नजदीक बुढार पुलिस को एक सूचना प्राप्त हुई कि बकही क्षेत्र से एक मेटाडोर वाहन क्रमांक – MP18GA3978 द्वारा अवैध कोयला परिवहन कर खपानें कहीं ले जाया जा रहा है‌। सूचना पाते ही मौके पर बुढार पुलिस नें वाहन को रोका और उसमें लगभग 6 टन अवैध कोयला पाया गया। पुलिस नें मौके से वाहन चालक व वाहन में मौजूद चालक साथी को गिरफ्तार भी किया। वाहन में मौजूद संदीप सिंह नामक व्यक्ति से जब पुलिस नें पूछताछ की तो उसनें बताया कि उक्त वाहन शहडोल निवासी मोनी सिंह का है और परिवहन किया जा रहा कोयला बकही क्षेत्र से लोड कर लाया जा रहा था। उक्त वाहन को पुलिस अग्रिम कार्यवाही के लिये थानें ले आई।

पुलिस की कार्यवाही से कैसे बच गया मोनी

अवैध कोयले का परिवहन कर रहे मौके से पकडाये वाहन चालक के साथी से जब पुलिस नें पूछताछ की तो उसनें स्पष्ट रुप से कहा कि उक्त वाहन शहडोल निवासी मोनी सिंह का है, और परिवहन किये जानें वाले कोयले के कोई वैध दस्तावेज नहीं है। इतना ही नहीं संदीप सिंह नें यह भी बताया कि उक्त कोयला बकही क्षेत्र से लाया जा रहा था। लेकिन विडंबना है कि पुलिस की पड़ताल में यह बात सामनें न आ सकी और बुढार पुलिस नें उक्त मामले में मोनी सिंह को तलाशनें का प्रयास किया और न ही उस पर किसी तरह का मामला दर्ज किया गया, बल्कि बुढार थाना प्रभारी नें बिक्कू नामक वाहन चालक सहित उसके साथी संदीप सिंह के विरुद्ध मामला कायम कर खानापूर्ति कर दी। ऐसे में सवाल यह है कि इस मामले में बुढार पुलिस की तफ्तीश में ऐसी कौन सी कमी रह गई कि पुलिस कागजी कोरम में मोनी सिंह की इंट्री न हो सकी।

जानिये कौन है मोनी सिंह

जानकार बताते हैं कि जमीन के कारोबार से अपनें कमाई के अस्तित्व की तलाश करनें वाला मोनी सिंह लगभग दो वर्षों पूर्व अपनी एक प्रापर्टी को विक्रय कर एक ही रात में करोडपति बन गया। जानकार बताते हैं कि लगभग 4 करोड़ की आय होनें के बाद मोनी सिंह इस पैसे से अनैतिक कारोबार की दुनियां में किस्मत आजमानें कूद पड़ा, और अवैध कोयले के कारोबार से मोटी कमाई के फेर में मोनी बीते एक माह से लगातार बकही क्षेत्र में सक्रिय है‌। जानकार बताते है कि अपनें कुछ शागिर्दों के साथ एक कार से नशे में चूर मोनी लगातार बकही क्षेत्र में सक्रिय है। बताया जाता है कि यदि पुलिस मोनी सिंह के वाहन की जिम्मेदार तलाशी ले तो नशे की खेप के साथ अवैध हथियार भी बरामद हो सकते हैं।

सुरेश व चंदन के हवाले नेटवर्क

स्थानीय जानकार बताते हैं कि मोनी सिंह अपनें कारोबार के लिये कुछ चिन्हित लोगों को शामिल किया हुआ है। जिसमें हर व्यक्ति की अलग अलग जवाबदेही तय है। इनमें सबसे पहला नाम संदीप सिंह नामक व्यक्ति का है जिसका काम समूचे बकही क्षेत्र में पहरेदारी से लेकर निकाले गये अवैध कोयले की लोडिंग व गंतव्य तक पहुंचानें की जवाबदेही है। वहीं स्थानीय स्तर पर मजदूरों से लेकर कोयला उत्खनन के स्थान का चयन करनें की जवाबदेही सुरेश यादव नामक व्यक्ति के पास है। सूत्रों नें बताया कि बकही क्षेत्र में अवैध कारोबार में लिप्त सुरेश इन दिनों अवैध कोयले के कारोबार से कमाई में लगा हुआ है‌। वहीं मोनी सिंह का तीसरा साथी चंदन यादव नामक युवक है जो नशे की खेप से लेकर इनके कारोबार के आपराधिक गतिविधियों का जिम्मा संभाले हुये हैं।

तो क्या बड़ी घटना का है प्रशासन को इंतजार

एक तरफ जहां जिले का प्रशासनिक महकमा अनैतिक गतिविधियों पर अंकुश लगाये जानें की बात कहता है वहीं बकही क्षेत्र में जिस तरह से अवैध कोयले का अनैतिक व्यापार संचालित है उससे इस समूचे क्षेत्र में लगातार तमाम अनैतिक गतिविधियां बढ़ती जा रही है। स्थानीय जानकारों की मानें तो यदि इस दिशा में प्रशासन यदि समय रहते कोई ठोस कार्यवाही नहीं करती को कभी भी कोई अप्रिय घटना सामनें आ सकती है।

Divya Kirti
Author: Divya Kirti

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