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सिंहस्थ से पहले यहाँ बनेगी आध्यात्मिक नगरी

 

मप्र।।भोपाल

मध्य प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 में बोलते हुए,मप्र के मुख्यमंत्री ने कहा कि वह आध्यात्मिक और वन्यजीव पर्यटन में राज्य की संभावनाओं के बारे में विस्तार से बात की।
यादव ने कहा, “उज्जैन में लगभग 3,300 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले एक आध्यात्मिक शहर की स्थापना की योजना को मंजूरी दी जा रही है।”जल्द ही इस नगरी को आध्यात्मिक दर्जा दिया जाएगा जिससे आध्यात्म के साँथ-साँथ रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
उन्होंने जानकारी दी है कि साल 2028 में सिंहस्थ कुंभ मेले से पहले राज्य सरकार धार्मिक नगरी उज्जैन में आध्यात्मिक नगरी बसाने की प्लानिंग कर रही है। सीएम मोहन यादव ने आगे ये भी बताया है कि राज्य सरकार की ओर से उज्जैन में करीब 3,300 हेक्टेयर क्षेत्र में आध्यात्मिक नगरी बसाने की योजना को मंजूरी दी जा रही है।
सीएम मोहन यादव ने जानकारी दी है कि उज्जैन शहर में बनने वाले आध्यात्मिक नगरी में ‘‘साधु-संतों, महंतों, महामंडलेश्वरों और शंकराचार्यों समेत सभी आध्यात्मिक हस्तियों को राज्य सरकार द्वारा उज्जैन में उनके आश्रम स्थापित करने के लिए जगह दी जाएगी। प्रस्तावित आध्यात्मिक नगरी में विद्यालय, महाविद्यालय, अस्पताल और धर्मशालाएं होंगी। निजी कंपनियां भी इन्हें विकसित कर सकती हैं।’’
बता दें कि सिंहस्थ कुंभ मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में हर 12 साल में क्षिप्रा नदी के तट पर लगता है।
सीएम मोहन यादव मंगलवार को ‘इन्वेस्ट मध्यप्रदेश’ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने मध्य प्रदेश में आध्यात्मिक और वन्यजीव पर्यटन के क्षेत्रों में संभावनाओं के बारे में विस्तार से बात की। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार पर्यटन सहित सभी क्षेत्रों में प्राइवेट कंपनियों के निवेश को आकर्षित करने के लिए नीतियां बना रही है। सीएम मोहन यादव ने कहा कि जैसे ही हमारी सरकार बनी, हमने सबसे पहले पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा दिया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि पर्यटन में 64,850 निवेश हुआ और 1,23,799 रोजगार के अवसर मिलेंगे।

Divya Kirti
Author: Divya Kirti

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