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नही रहे धर्म गुरु पोप फ्रांसिस..88 वर्ष की उम्र में ली अंतिम साँस

देश-विदेश

ईसाइयों के सबसे बड़े धर्म गुरु पोप फ्रांसिस का निधन हो गया है। उन्होंने 88 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। वह फेफड़ों के संक्रमण से पीड़ित थे और उन्हें डबल निमोनिया हुआ था।
पोप फ्रांसिस रोम के जेमेली अस्पताल में भर्ती थे। वेटिकन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि “पोप फ्रांसिस का ईस्टर सोमवार, 21 अप्रैल,यानी आज समोवार को को 88 वर्ष की आयु में वेटिकन के कासा सांता मार्टा स्थित अपने निवास पर निधन हो गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक़, वह फेफड़ों के संक्रमण से पीड़ित थे और उन्हें डबल निमोनिया हो गया था।

ऐसे में चलिए जानते हैं कि क्या है डबल निमोनिया और इसके लक्षण…
डबल निमोनिया का मतलब है दोनों फेफड़ों में संक्रमण होना, जिसे मेडिकल भाषा में बायलेटरल निमोनिया कहा जाता है। यह एक गंभीर स्थिति है जो बच्चों और बूढ़ों में ज्यादा देखने को मिलती है। आयुर्वेद के अनुसार जब फेफड़ों में कफ बनने लगे और वो निकले भी नहीं तो वह डबल निमोनिया कहलता है।
डबल निमोनिया में तेज बुखार, लगातार खांसी, सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द और थकान जैसे लक्षण शामिल है। जब कोई व्यक्ति डबल निमोनिया से पीड़ित होता है, तो उसके शरीर में ऑक्सीजन का स्तर कम हो सकता है। साथ ही, व्यक्ति को हर दिन सांस लेने में परेशानी होती है और ज्यादातर समय थका हुआ महसूस होता है। वृद्ध व्यक्तियों में निमोनिया होने पर भ्रम की स्थिति भी पैदा हो जाती है। ऐसे में इन लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
डबल निमोनिया कई कारणों से हो सकता है, जिसमें मुख्य रूप से बैक्टीरिया, वायरस और फंगस का संक्रमण शामिल है।

Divya Kirti
Author: Divya Kirti

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