दिव्यकीर्ति सम्पादक-दीपक पाण्डेय, समाचार सम्पादक-विनय मिश्रा, मप्र के सभी जिलों में सम्वाददाता की आवश्यकता है। हमसे जुडने के लिए सम्पर्क करें….. नम्बर-7000181525,7000189640 या लाग इन करें www.divyakirti.com ,

अखिलेश यादव और आजम खान की मुलाकात, यूपी में सपा की नई ‘शुरुआत’ या ‘नाटक’

रामपुर में आज (8 अक्टूबर 2025) समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और वरिष्ठ नेता आजम खान की मुलाकात की खबर ने उत्तर प्रदेश राजनीति में हलचल बढ़ा दी है। आजम खान लगभग 23 महीने जेल में रहने के बाद हाल ही में रिहा हुए हैं और उनकी वापसी को सपा के लिए एक संवेदनशील मौका माना जा रहा है। ABP News+4Live Hindustan+4TV9 Bharatvarsh+4

मुलाकात से पहले आजम खान ने बयान दिया था कि वे “सिर्फ अखिलेश से ही मिलेंगे” और किसी अन्य को इस आकृति में नहीं रखना चाहते — इस तरह का पूर्वाग्रह स्वाभाविक रूप से सवाल खड़ा कर रहा है कि यह सौहार्द की पहल है या सियासी शर्त। Navbharat Times+3TV9 Bharatvarsh+3News24 Hindi+3

संभावित अर्थ और राजनीतिक दांव

  • सपा के अंदरूनी कलह को पाटने की कोशिश: आजम खान लंबे समय से पार्टी की सक्रिय राजनीति से बाहर थे, और इस मुलाकात को एक संकेत माना जा रहा है कि पार्टी नेतृत्व उन्हें फिर से मुख्य धारा में लाना चाहता है।

  • मुस्लिम वोट बैंक को केंद्र में लाना: आजम खान की छवि और प्रभाव खासकर मुस्लिम समुदाय में है। उनकी सक्रियता सपा को मुस्लिम मत के दृष्टिकोण से राजनीतिक मजबूती दे सकती है।

  • विपक्षी दलों की आलोचना: भाजपा और अन्य दल इसे “नाटक” कह सकते हैं, यह तर्क देते हुए कि आजम पर दर्ज मुकदमे अभी भी हैं और जनता उन बिंदुओं को नहीं भूली है।

निष्कर्ष
इस मुलाकात का महत्व कम नहीं है — यह सपा के लिए आंतरिक स्थिरता और चुनावी रणनीति दोनों से जुड़ा कदम हो सकता है। लेकिन यह भी स्पष्ट है कि इस कदम का असर तुरंत नहीं दिखेगा — जनता की धारणा, मीडिया की नज़र और आगे की सियासी चालें ही तय करेंगी कि यह एक नई शुरुआत बनी या सिर्फ एक राजनीतिक नाटक

Divya Kirti
Author: Divya Kirti

ये भी पढ़ें...

error: Content is protected !!