दिव्यकीर्ति सम्पादक-दीपक पाण्डेय, समाचार सम्पादक-विनय मिश्रा, मप्र के सभी जिलों में सम्वाददाता की आवश्यकता है। हमसे जुडने के लिए सम्पर्क करें….. नम्बर-7000181525,7000189640 या लाग इन करें www.divyakirti.com ,

घर पर ऐसे जांचें सोने की शुद्धता, ये 9 तरीके बताएंगे असली है या नकली।

Gold Investment: घर बैठे ऐसे पहचानें सोने की असलियत — 7 खास तरीके

सोना हमेशा से सुरक्षित निवेश माना जाता है, लेकिन सोना खरीदते समय मन में यह डर बना रहता है कि कहीं धातु में मिलावट तो नहीं। बाजार में नकली या कम शुद्धता वाला सोना आसानी से मिल जाता है, इसलिए आज हर निवेशक के लिए यह जानना जरूरी हो गया है कि असली सोने की पहचान कैसे की जाए। अच्छी बात यह है कि सोने की शुद्धता जांचना अब किसी विशेषज्ञ का काम नहीं रहा। थोड़ी सावधानी और कुछ आसान तकनीकों की मदद से आप घर बैठे ही गोल्ड की प्योरिटी का अंदाज़ा लगा सकते हैं।

इस लेख में हम 7 प्रकार (7 Sections) में वो तरीके समझेंगे, जो घरेलू स्तर से लेकर प्रोफेशनल स्तर तक सोने की पहचान में आपकी मदद कर सकते हैं।


1. गोल्ड टेस्टिंग किट: घर पर सबसे आसान और भरोसेमंद तरीका

आजकल बाजार में उपलब्ध Gold Purity Testing Kit सबसे सरल और आम तरीका है जिससे आप असली और नकली सोने में फर्क कर सकते हैं।
कैसे करें टेस्ट?

  • ज्वैलरी का छोटा हिस्सा टेस्टिंग स्टोन पर रगड़ें।

  • इसके बाद उस निशान पर किट में मौजूद एसिड की एक बूंद डालें।

  • यदि एसिड का रंग बदल जाए या धातु की सतह खराब होने लगे, तो समझें कि सोना शुद्ध नहीं है।

यह तरीका उनकी खास पसंद है जो घर में सुरक्षित रहते हुए ही सोने की गुणवत्ता जांचना चाहते हैं। यह प्रक्रिया 1–2 मिनट में पूरी हो जाती है और काफी भरोसेमंद होती है।


2. मैग्निफाइंग ग्लास टेस्ट: बिना केमिकल के जांचने का साधारण तरीका

अगर आपके पास एसिड टेस्टिंग किट नहीं है, तो एक साधारण मैग्निफाइंग ग्लास भी आपका काम आसान कर सकता है।
इसमें क्या करना होता है?

  • ज्वैलरी को रोशनी में करीब से देखें।

  • असली सोना एक समान चिकना और चमकीला दिखता है।

  • यदि आपको काली लाइने, छोटे दाग, छिलने जैसे निशान या कोई रंग परिवर्तन दिखाई दे, तो यह मिलावट का संकेत है।

यह तरीका शुरुआती स्तर की जांच में सबसे ज्यादा उपयोगी है, खासकर तब जब आप पुरानी ज्वैलरी खरीद रहे हों।


3. करट मीटर टेस्ट: विशेषज्ञों द्वारा सबसे सटीक जांच

यदि आपको बिल्कुल पक्का होना है कि सोना कितना शुद्ध है, तो किसी अधिकृत ज्वैलर या लेबोरेट्री में Karat Meter Test करवा सकते हैं।

  • यह मशीन एक्स-रे फ्लोरेसेंस तकनीक से सोने की सटीक करट वैल्यू बताती है।

  • इसकी रिपोर्ट सबसे ज्यादा भरोसेमंद मानी जाती है।

  • हालांकि, इसकी लागत अन्य तरीकों की तुलना में थोड़ी अधिक होती है।

निवेश के रूप में सोना खरीदते समय यह सबसे सुरक्षित विकल्प माना जाता है।


4. हॉलमार्क चेक: BIS मार्क से तुरंत मिलेगी पुष्टि

भारत में सोने की पहचान का सबसे आधिकारिक तरीका BIS Hallmark है।
ज्वैलरी पर आपको तीन महत्वपूर्ण निशान देखने चाहिए:

  1. BIS Logo

  2. Purity Mark (22K, 18K, 24K)

  3. Jeweller Identification Mark

BIS हॉलमार्किंग सरकार द्वारा प्रमाणित होती है, इसलिए यदि ज्वैलरी पर ये चिन्ह सही और साफ दिखाई दे रहे हैं, तो उसके असली होने की संभावना अधिक होती है।


5. मैग्नेट टेस्ट: धातु में मिलावट की शुरुआती पहचान

असली सोना चुंबक की ओर आकर्षित नहीं होता।
कैसे करें टेस्ट?

  • एक छोटा सा चुंबक लें।

  • ज्वैलरी के पास लाकर देखें कि उसमें चुंबक की पकड़ बनती है या नहीं।

  • यदि ज्वैलरी चुंबक की ओर खिंच जाए, तो उसमें किसी बेस मेटल की मिलावट होने की संभावना है।

हालांकि याद रखें, यह तरीका 100% सटीक नहीं है, लेकिन शुरुआती अंदाज़ा जरूर देता है।


6. वज़न और डेन्सिटी टेस्ट: वैज्ञानिक तरीके से शुद्धता का अंदाज़ा

सोना अपनी उच्च घनत्व के कारण अन्य धातुओं से भारी होता है।
घर पर कैसे करें?

  • ज्वैलरी का वजन लें।

  • फिर उसे पानी भरे बर्तन में डालकर displaced water की मात्रा देखें।

  • वजन ÷ water displacement = density
    यदि डेन्सिटी लगभग 19.3 g/cm³ के करीब आती है, तो सोना शुद्ध होने की संभावना अधिक है।

यह तरीका थोड़ा समय लेता है, लेकिन मिलावट का अच्छा अंदाज़ा देता है।


7. रगड़ और रंग परख: पारंपरिक लेकिन उपयोगी तरीका

पुराने समय से सोने की जांच का सबसे सरल तरीका उसका रंग और बनावट होती थी।

  • असली सोने का रंग हल्का गुलाबी-पीला और समान दिखाई देता है।

  • इसे हल्के से किसी कठोर सतह पर रगड़ने पर इसका रंग नहीं उतरता।

  • नकली सोने में अक्सर ऊपर की कोटिंग उतरने लगती है।

यह तरीका वैज्ञानिक नहीं है, लेकिन अनुभव रखने वाले लोग इसे बेहद कारगर मानते हैं।


गोल्ड की जांच क्यों जरूरी है?

सोना सिर्फ एक धातु नहीं, बल्कि एक निवेश, सुरक्षा और भरोसे का प्रतीक है।
यदि आप नकली या कम शुद्धता वाला सोना खरीद लेते हैं, तो:

  • आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है

  • रिटर्न कम मिल सकता है

  • रीसेल वैल्यू कम हो जाती है

इसलिए चाहे आप किट का इस्तेमाल करें, विशेषज्ञ से टेस्ट करवाएं या घर पर आसान तरीके अपनाएं—सोने की शुद्धता जांचना हमेशा जरूरी है। थोड़ी सी सावधानी आपके निवेश को सुरक्षित रख सकती है।

Divya Kirti
Author: Divya Kirti

ये भी पढ़ें...

error: Content is protected !!