दिव्यकीर्ति सम्पादक-दीपक पाण्डेय, समाचार सम्पादक-विनय मिश्रा, मप्र के सभी जिलों में सम्वाददाता की आवश्यकता है। हमसे जुडने के लिए सम्पर्क करें….. नम्बर-7000181525,7000189640 या लाग इन करें www.divyakirti.com ,
Search
Close this search box.

पहली बार राहुल गाँधी और पीएम मोदी मंच के अखाड़े पर

 

जजों ने दिया देश और लोकहित पर बहस करने का न्योता

सियासी पारा राहुल गाँधी और पीएम मोदी को आमने-सामने लेकर गरमाया हुआ है राहुल ने कहा पीएम मोदी मुझसे डिबेट कभी नही करेंगे आपको बता दें कि हाल ही में पूर्व जजों ने पीएम नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी को चुनावी मौसम में फेस-टू-फेस बहस करने का न्योता दिया था। लोकसभा चुनावों को लेकर जजों ने राहुल और पीएम मोदी को फेस-टू-फेस बहस करने का आमंत्रण दिया है। इसमें सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टि मदन लोकुर से लेकर एपी शाह शामिल थे। वहीं राहुल गांधी ने पूर्व जजों का यह न्योता स्वीकार कर लिया है। राहुल ने कहा कि मैं पीएम मोदी से बहस करने के लिए तैयार हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री को मैं जानता हूं कि वह मुझसे कभी डिबेट नहीं करेंगे। बता दें कि राहुल गांधी लखनऊ में संविधान सम्मेलन में बोल रहे थे। राहुल गांधी ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से किसी भी मुद्दे पर डिबेट के लिए तैयार हूं। राहुल ने यह भी कहा कि अगर वह मुझसे बहस नहीं कर सकते तो पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी से भी बहस कर सकते
राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान भारतीय संविधान की एक प्रति अपने हाथ में रखी थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश में पिछड़े, दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यकों की संख्या 90% तक है लेकिन उनके लिए हर तरफ रास्ते बंद किया जा रहे हैं। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि संविधान ने इन सभी लोगों को आरक्षण का लाभ दिया है जिसे धीरे-धीरे खत्म किया जा रहा है।
राहुल ने आरोप लगाया कि संस्थाओं का निजीकरण करना ही आरक्षण को खत्म करने का एक रास्ता है जिसे सरकार अपना रही है। सरकारी संस्थाएं निजी कंपनियों के हाथों में सौंपी जा रही हैं। राहुल गांधी ने कहा कि जब सरकारी संस्थाएं ही नहीं रहेंगी तो आरक्षण देना ही नहीं पड़ेगा। राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर करारा हमला बोला और कहा कि मोदी जी प्रधानमंत्री नहीं है, वह राजा है, उन्हें न ही संसद से कुछ लेना देना है और न ही नहीं मंत्रिमंडल और संविधान से।

Divya Kirti
Author: Divya Kirti

ये भी पढ़ें...

error: Content is protected !!