दिव्यकीर्ति सम्पादक-दीपक पाण्डेय, समाचार सम्पादक-विनय मिश्रा, मप्र के सभी जिलों में सम्वाददाता की आवश्यकता है। हमसे जुडने के लिए सम्पर्क करें….. नम्बर-7000181525,7000189640 या लाग इन करें www.divyakirti.com ,
Search
Close this search box.

रात होते ही लगती है बटली घाट में माफियाओं की मंडी

रेत माफियाओं को किसका संरक्षण??
जरवाही। विनय मिश्रा…

अवैध रेत उत्खनन की चर्चाएँ हों तो कई ऐसे किस्से सामने आ जाते हैं जहाँ वर्दीधारियों समेत पटवारी पर हमला और उनका मृत शरीर इस बात के साक्ष्य हो जाते हैं जो माफियाओं के कद को दोगुना बढ़ा देते हैं।अब तो सरकार के फरमान से भी रेत के इस अवैध खनन में जवाबदेहो की जवाबदेहियाँ तय कर दी गई है।

बीते कुछ दिनों से जरवाही के बटली घाट में अवैध रेत उत्खनन जोरों पर है इन रेत माफियाओं को किसका संरक्षण है यह तो वो ही जानें पर लीगल ठेका लेकर काम करने वाली सहकार ग्लोबल कम्पनी को रोजाना लाखों का नुकसान झेलना पड़ रहा है जिससे न सिर्फ सरकार के मुनाफे में चपत लग रही है बल्कि अवैध उत्खनन पर विराम न लगने से माफियाओं के हौसलें बुलन्द हो रहे हैं।
हमारे सूत्रों ने बताया कि रोजाना रात में 10-12 गाड़ियाँ लगती है जिनमे कुछ बुढ़ार के लोग तो कुछ स्थानीय रेत तस्कर इस पूरे काम को बखूबी अंजाम दे रहे हैं।ताज्जुब की बात तो यह है कि निगरानी करने वाले नाके के नाक के नीचे यह लुका छिपी का पूरा खेल कैसे संचालित है। एक आम चर्चा यह भी है कि नाका भी इनके चपेट में है यानी नाके के जिम्मेदारों ने अपनी जिम्मेदारी छोड़ दी है और नाके के पीछे से एक पेट्रोलपंप के पास निकलने वाले रास्ते से इस पूरे खेल को अंजाम दिया जाता है।
सहकार ग्लोबल के वरिष्ठ प्रबंधक व जिम्मेदारों ने स्थानीय प्रशासन से माँग की है रेत के इस अवैध उत्खनन में लगाम लगाएँ ताकि हर आम आदमी को सुगमता से सरकार के राजस्व सहित रेत पहुँच सके।

Divya Kirti
Author: Divya Kirti

ये भी पढ़ें...

error: Content is protected !!