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एसपी ने चाय के बहाने चप्पल-जूतों से पिटवाया पत्रकारों को…

●एसपी को मिलना चाहिए मेडल
●पत्रकारों को चप्पल से मरवाया
●पत्रकार पहुँचे भोपाल

पूर्व में भी आरोप, आरएसएस प्रचारक के साँथ भी की है मारपीट
●कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बीजेपी पर लगाए आरोप

भिंड।।
मप्र का भिंड जिला वैसे अपने चम्बल की वादियों और वहाँ की रेत उत्खनन और बीहड़ो के लिए प्रदेश प्रसिद्ध है और अवैध उत्खनन पर माफियाओं द्वारा सरकारी अमले की हत्या करने पर भी पीछे नही है पर उत्खनन व अन्य प्रकार की वसूली करने वाली वर्दी के खिलाफ पत्रकारों को लिखना भारी पड़ गया जहाँ विश्व प्रेस दिवस के अवसर पर पत्रकारों पर वर्दी का कहर बरपा और पत्रकारों की जूते चप्पल से पिटाई कर दी।
कितना शर्मनाक है यह वाकया जब सरकार और नौकरशाहो के मध्य कड़ी का काम करने वाले पत्रकारों को ऐसी शर्मनाक घटना को झेलना पड़ता है।वैसे पत्रकारों के साँथ मारपीट होना,कैमरे तोड़ना झूंठे मुकदमे लादना और तरह तरह की यातनाएँ देना कोई नई बात नही है।सवाल है कि क्या इस लोकतंत्र में सरकार नए लोकतंत्र की स्थापना कर रही है जहाँ ज्यूडिशियरी से लेकर विपक्ष और पत्रकार किसी को नही बख्शा जा रहा है।
पुलिस द्वारा पत्रकारों को किसी झूँठे मुदकमे में फँसाना तो लगभग आम बात है और ऐसा देश-प्रदेश के किसी न किसी कोने में देखने सुनने को मिल ही जाता है पर पुलिस के एक जिम्मेदार अधिकारी और पुलिस कप्तान द्वारा एक नही बल्कि पत्रकारों के एक समूह को कार्यालय बुलाकर बंद कमरे में उन्हें पिटवाना व उनके साँथ बदसलूकी करना यह नौकरशाह ही नही बल्कि सरकार और उसके फैसलों पर भी प्रश्न चिन्ह उठाता है।

दरअसल,भिंड में चाय पर चर्चा के नाम पर आयोजित कार्यक्रम में पुलिस अधिकारियों ने पत्रकारों को बुलाया। कार्यक्रम में वर्दी द्वारा संवाद की जगह गालियां दीं और कई पत्रकारों को लात-घूंसे मारे।
घटना के बाद प्रदेशभर के पत्रकारों में भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि यह केवल शारीरिक हमला नहीं, बल्कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सीधा वार है। पत्रकारों ने आरोप लगाया कि सरकार और पुलिस प्रशासन पत्रकारों को डराने की कोशिश कर रहे हैं।
अब तक न तो पुलिस अधीक्षक पर कोई कार्रवाई हुई है और न ही मारपीट करने वाले अधिकारियों को निलंबित किया गया है। पत्रकारों ने नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार से मांग की है कि वे इस मुद्दे को विधानसभा में उठाएं।

Divya Kirti
Author: Divya Kirti

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