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अवैध रेत उत्खनन का चारागाह बना जिला,तफरीह की तनख्वाह ले रहा खनिज विभाग

शहडोल।।

मानसून सत्र शुरू होते ही ठेका कम्पनियों के रेत निकासी के काम खत्म हो गए हैं कम्पनी के पास सिर्फ भण्डारण की रेत है जिसे कम्पनी क्षेत्र में एक निश्चित राशि के अनुसार बेंच रही है इसके विपरीत क्षेत्र में नदियों से अवैध रेत निकासी का काम जोरों पर है। ब्यौहारी में पपौन्ध थाना क्षेत्र ,नरवार,बटली और कई ऐसी छोटी-छोटी नदियां और नाले हैं जहाँ रेत निकसी का काम धड़ल्ले से हो रहा है। मानसून खत्म होने की कगार पर है किन्तु अवैध रेत उत्खनन रुकने का नाम नही ले रहा और खनिज विभाग के जिम्मेदार मानो एक गहरी निद्रा में डूबे हों। शहर के अंदर से गुजरने वाले अवैध रेत लगभग हर चौराहे ,तिराहे में सीसीटीवी से होकर गुजर रहे हैं किंतु स्थानीय थाने के सिपहसालारों की निगरानी थाना क्षेत्र में लगे सीसीटीवी और उन वाहनों पर नही जाती । खबर तो यह भी है भी जिन थानों से अवैध रेत परिवहन हो रहा है उन थानों के किसी एक किरदार ने बकायदे हर वाहन मालिक और वाहनों की एक लंबी सूची तैयार की है जिसका महीने का एक तारीख फिक्स है। तारीख खत्म होते ही महीने में अगली तारीख को एक घन्टी बजती है और वाहन मालिक समेत उन मालिकों का मुखिया हाजिरी लगा लेता है।

बटली घाट मैनेजमेंट की चर्चा पूरे शहर में..

बीते कई वर्षों से जरवाही क्षेत्र के बटली घाट का अवैध रेत उत्खनन बुढार से लेकर आसपास के क्षेत्रों में चर्चित है। किन्तु यहाँ का उत्खनन कभी नही रुका।हमारे सूत्र लगातार हमें रिपार्ट कर रहे हैं कि बीते कुछ महीनों से बटली घाट में रेत उत्खनन हो रहा है किंतु इस पर कार्यवाही न खनिज विभाग कर रहा है और न ही स्थानीय थाना। खबर में ट्वीस्ट तो तब आया जब किसी एक वाहन मालिक ने बताया कि महीने किन10-15 हजार की राशि रेत निकालने की फिक्स की गई है जिमसें साहेब के एक ड्राइवर भी अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।

रात होते ही बिकती है बटली की सुनहरी रेत

हमने इस मामले में रेत खरीदने वाले कुछ खरीदारों से भी सम्पर्क किया उन्होंने हमसे बताया कि कुछ वाहन मालिक दिन में भय के कारण रेत नही गिराते चूँकि रात के अँधेरे का मैनजेमेंट तय होने के कारण सूरज ढलते ही वाहनों की टोली बुढार व आसपास के गांवों में दौड़ने लगती है कुछ तो बकायदे इसे वैध टीपी का नाम देकर खरीदारों से मोटी रकम ले रहे हैं ।

Divya Kirti
Author: Divya Kirti

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