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ग्रीनबेल्स विद्यालय को जिम्मेदारों की खुली छूट

 

पहले आस्था और संस्कृति से खिलवाड़ अब आस्था के प्रचार का स्वांग

चालीसा और रामनाम का पाठ

कोर्ट,मुकदमें से भी नही ले रहे सबक

ग्रीनबेल्स स्कूल में रेड अलर्ट

शहडोल।।

वैसे भारत मे रहने के लिए कई संगठनों द्वारा अलग-अलग नारो का समय-समय पर आह्वान किया जाता है, जैसे देश के इन गद्दारों को….भारत मे रहना है तो वंदे मातरम कहना है नारो द्वारा ऐसे लोगों को तमाम ऐसे ओहदों से नवाजा जाता है ताकि ऐसे लोग अपने देश और धरोहरों के प्रति सजग रहें किन्तु अभी भी कुछ ऐसी मानसिकता के लोग हैं जिन्हें देश मानो बोझ सा लग रहा हो कभी देश की अतुल्य संस्कृति कश्मीर को भारत के नक्शे से गायब करना तो कभी समस्त प्राणी जगत की आस्था और ईश्वर के नाम से परहेज होना ।

शिक्षा के मंदिर में बैठकर अगर इन सब मुद्दों पर विचार किया जाए तो शायद वह शिक्षा एक नासूर से कम नहीं होगा।
ऐसा ही रवैया बुढार स्थित ग्रीनबेल्स विद्यालय संचालक इख्तियार कर रहे हैं जिनके लिए शायद कोर्ट और मुदकमा भी अब कम पड़ रहा है।

यह है हाल ही का माँमला

बीते दिनों ग्रीनबेल्स पब्लिक स्कूल में एक छात्र द्वारा जय श्री राम का नारा लगाने पर छात्र की शिक्षक ने पिटाई कर दी। विवादों से हमेशा अपना नाता रखने वाला ग्रीन बेल्स स्कूल पुनः एक बार सुर्खियों बटोरा किन्तु अपने गलतियों से कभी सबक नही ली। कक्षा 7वीं में पढ़ने वाले छात्र के साँथ अब्दुल वाहिद नामक शिक्षक दुर्भावनाबस मारपीट कर दी जिसकी शिकायत अभिभावक समेत तमाम हिन्दू संगठनों द्वारा बुढार थाने में किया गया था जिसमे
विद्यालय में अध्यापन कराने वाले शिक्षक व संचालक के खिलाफ पुलिस विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेज दी।

विवादों में ही रहना है और देश की संस्कृति और धरोहर का सम्मान नहीं करना है..

 

अखबार के पन्ने और थाने के रिकार्ड उठाएं जाएँ तो यह कोई पहला मसला नही है जब विद्यालय में देश विरोधी या हिन्दू आस्था विरोधी गतिविधियों को अंजाम दिया गया है बल्कि आज से 4 वर्ष पूर्व भी विद्यालय संचालक द्वारा स्कूल पर स्थित भारत के नक्शे से कश्मीर को गायब करने का दुःसाहस किया गया था जिसका माँमला आज भी कोर्ट में लम्बित है।
कथित संचालक द्वारा तहसील की ही भूमि के अंश भाग पर विद्यालय बनाया गया है जिस पर प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलाया जा चुका है। यही नही तहसील प्रांगण को ही अपने विद्यालय का मुख्यमार्ग बनाया गया है जिस पर तहसील के जिम्मेदारो को कार्यवाही से गुरेज है।

Divya Kirti
Author: Divya Kirti

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