दिव्यकीर्ति सम्पादक-दीपक पाण्डेय, समाचार सम्पादक-विनय मिश्रा, मप्र के सभी जिलों में सम्वाददाता की आवश्यकता है। हमसे जुडने के लिए सम्पर्क करें….. नम्बर-7000181525,7000189640 या लाग इन करें www.divyakirti.com ,

इंटक नेता की गुंडई, सरेराह गालियों की बौछार

देवहरा गांव की गरिमा पर हमला? इंटक नेता अमरजीत सिंह पर गंभीर आरोप, ग्रामीणों ने दी आंदोलन की चेतावनी।।

आपने आजतक जितने भी जनप्रतिनिधि बनाए हैं उनमें से प्रायः जनता की सेवा करने वाले लोग ही होते हैं यानी एक संस्थान या संगठन अपना नेता ही इसीलिए बनाते है ताकि उनके अपने अधिकारों की आवाज को वह नेता सरकार समेत संस्थानो के सामने मुखर होकर रख सके किन्तु जब चुना हुआ नेता ही सरेराह गाली गलौज और मारपीट पर उतर आए तो फिर वह आम आदमी या शोषित व्यक्ति न्याय की गुहार किससे लगाए।
मामला इंटक नेता अमरजीत का है जहाँ पहले उन्होंने अमलाई बाजार में अपने दायित्वों का ध्यान न देते हुए एक युवक के साँथ गरमागरमी की तो वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों ने भी इन पर आरोप लगाया है।इनके नौकरी समय से लेकर मुआवजा व मुआवजा के एवज में नौकरी दिलाने का झांसा देने के नाम से लेकर पैसे लेने के तमाम आरोप है।

हलाकि यह कोई पहला मामला नही है जब कालरी के नेता कर्मचारियों की दबंगई सामने आई है कालरी और नेताओं से जुड़े ऐसे तमाम किस्से हैं जिन पर उपन्यास लिखा जा सकता है। दरअसल कालरी क्षेत्र अन्तर्गत जितने भी संगठन चलते हैं उनका दुरुपयोग और सदुपयोग आपको कालरी के आसपास के पान टपरे और दुकानों पर चर्चा करने पर ज्ञात हो जाएगा ।

अनूपपुर।।देवहरा

देवहरा गांव के नागरिकों ने आज एक स्वर में इंटक नेता अमरजीत सिंह के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनूपपुर को ज्ञापन सौंपा, जिसमें उनके सार्वजनिक अभद्र व्यवहार, भ्रष्टाचार, और पद के दुरुपयोग पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई है।

गाली-गलौज और अपमान की हदें पार

24 जून को अमलाई बाजार में हुए विवाद का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें अमरजीत सिंह पूरे देवहरा गांव को गाली-गलौज करते हुए स्पष्ट रूप से देखे जा सकते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यह न सिर्फ अपमानजनक है, बल्कि एक पूरे समुदाय के सम्मान पर हमला है।

पद के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप

गांववालों ने बताया कि अमरजीत सिंह, जो एसईसीएल में कार्यरत और इंटक यूनियन के नेता हैं, कार्यस्थल पर अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से नहीं लेते। सूत्रों के अनुसार, वे सिर्फ सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक ही कार्यस्थल पर उपस्थित रहते हैं, जबकि अन्य कर्मचारियों को समय पर उपस्थित रहने का दबाव होता है।

ग्रामीणों का कहना है कि यदि GPS लोकेशन और माइंस की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाए, तो न केवल अमरजीत सिंह की लापरवाही उजागर होगी, बल्कि कुछ जिम्मेदार अधिकारियों की संलिप्तता भी सामने आएगी, जो इनकी अनुशासनहीनता पर आंख मूंदे बैठे हैं।

पैसे लेकर नौकरी दिलाने के आरोप

सूत्रों ने यह भी खुलासा किया है कि अमरजीत सिंह द्वारा नौकरी लगवाने के नाम पर 10,000 से 50,000 रुपये तक की अवैध वसूली की जाती है। कई पीड़ित अब सामने आने को तैयार हैं और भविष्य में और भी खुलासे हो सकते हैं।

आंदोलन की चेतावनी

देवहरा ग्रामवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन और एसईसीएल प्रबंधन ने तीन दिन के भीतर अमरजीत सिंह पर दंडात्मक कार्रवाई नहीं की, तो अनूपपुर जिले में बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा। गांववालों ने साफ कहा कि “अब यह सिर्फ एक व्यक्ति का मामला नहीं, गांव के स्वाभिमान और व्यवस्था की शुद्धि का संघर्ष है।”

प्रशासन की चुप्पी खतरनाक

अब तक प्रशासन की ओर से इस विषय पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन जिस तेजी से यह मामला जनाक्रोश का रूप ले रहा है, उससे स्पष्ट है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो परिणाम व्याप

नोट.. हमारे पास विवाद और गाली गलौज की वीडियो है पर उसमें अभद्रता और सामाजिकता से परे लफ्जो का प्रयोग किया गया है जिसे हम अपलोड नही किए।

Divya Kirti
Author: Divya Kirti

ये भी पढ़ें...

error: Content is protected !!