पश्चिमी विक्षोभ की वजह से पूरब से पश्चिम क्षेत्रों में तापमान में मामूली वृद्धि रही, लेकिन कोहरे से राहत नहीं मिली। आगरा, अयोध्या, प्रयागराज, उन्नाव और कानपुर में सुबह दृश्यता शून्य हो गई और मंगलवार को भी स्थिति में कोई सुधार के आसार नहीं हैं। लखनऊ में भी कहीं-कहीं घना कोहरा रहा। मध्य एवं पूर्वी यूपी के लगभग ज्यादातर जिलों अधिकतम तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने से दो दिन ठंड से राहत मिलेगी। गुरुवार से विक्षोभ का असर खत्म होगा और पहाड़ों पर बर्फबारी से प्रदेश में उत्तरी-पछुआ हवा चलेगी, जिससे गलन बढ़ेगी।

वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, सोमवार को राजधानी समेत कई जिलों में घने कोहरे के चलते निकलना दूभर था। लखनऊ, बहराइच, इटावा, मुरादाबाद और फरूखाबाद में सुबह दृश्यता 20 मीटर, बरेली शाहजहांपुर में 25 मीटर और मेरठ में 30 मीटर दर्ज की गई।

लखनऊ की बात करें तो यहां दो दिन से ठंड का उतार-चढ़ाव जारी है। सोमवार को दिन में धूप निकलने से सामान्य तापमान रहा, लेकिन सूरज ढलने और हल्की हवा चलने से गलन बढ़ी। यहां दिन का तापमान लगभग तीन डिग्री वृद्धि के साथ 20.5 और न्यूनतम पारा 9.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

बाराबंकी में सबसे ठंडी रात

मौसम विभाग के मुताबिक, बाराबंकी में 4.5 डिग्री न्यूनतम तापमान के साथ प्रदेश में सबसे ठंडी रात रही, जबकि 15.8 डिग्री तापमान के साथ वाराणसी में सबसे ठंडा दिन रहा। मंगलवार गोरखपुर, प्रयागराज, लखनऊ, कानपुर, आगरा, टुंडला, बाराबंकी, मुजफ्फरनगर, कौशांबी, फतेहपुर और गौतमबुद्ध नगर में सुबह चार बजे से 10 बजे तक घने कोहरे की चेतावनी जारी की गई है। इन जिलों में दृश्यता 50 मीटर से भी कम हो सकती है। इस दौरान यात्रा करने से बचने की सलाह दी गई है।

इसके अलावा वाराणसी, सुल्तानपुर समेत 10 जिलों में पारे में भारी गिरावट के साथ शीत दिवस की चेतावनी जारी की गई है, इनमें सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही, जौनपुर, गाजीपुर आजमगढ़, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर के नाम शामिल हैं।